मुजफ्फरपुर को भले ही स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त है, लेकिन उत्तर बिहार की सबसे ज्यादा जर्जर और बदहाल सड़कें यहीं हैं। शहर की एक-दो प्रमुख सड़कों को छोड़ दें तो तमाम सड़कें पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। हाल के दिनों में हुई बारिश और इससे उत्पन्न जलजमाव ने सड़कों की हालत और खराब कर दी है।
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निर्माण की दिशा में पहल नहीं
सड़कों में पड़े गड्ढे अक्सर हादसों का सबब बन रहे हैं। पिछले कई सालों से लोग इनकी मरम्मत के लिए आवाज उठा रहे हैं। लेकिन सिवाय घोषणा और आश्वासन के कुछ हासिल नही हो सका है। शहर में एक दशक पूर्व बने बेला रोड, क्लब रोड, मिठनपुरा रोड, जवाहर लाल रोड, गोला रोड व अंडी गोला रोड का कभी मेंटेनेंस नही किया गया। लिहाजा ये सड़कें जर्जर हो गईं। नगर निगम की बेपरवाही से सड़कों की हालत खराब होती गई। बाद में ये सड़कें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के अधीन आ गईं। लेकिन, कोई पहल नही हुई। फिर पथ निर्माण विभाग ने इन सड़कों को अपने अधीन ले लिया। कई बार टेंडर हुए और रद हो गए। एक साल में चार कार्यपालक अभियंता आए और गए। लेकिन, निर्माण की दिशा में पहल नहीं हो सकी।
आंदोलन के बावजूद प्रशासन का ध्यान नहीं
शहर के बीबीगंज और भामा साह गली की सड़कें बदहाल है। बीबीगंज में सड़क नाले में तब्दील है। आंदोलन के बावजूद भी लोगों की परेशानी की ओर प्रशासन का ध्यान नहीं है। यही हाल भामा साह गली का है। यहां सड़क में गड्ढे पड़ गए हैं। कीचड़ से सनी सड़क हादसों का कारण बन रही है। जबकि इसी राह में सांसद का भी आवास है।
वर्ष 2017 में स्वीकृत सड़क का भी निर्माण नहीं
शहरी क्षेत्र में वर्ष 2017 में स्वीकृत दर्जन भर सड़कों के निर्माण और मरम्मत की पहल फाइलों में कैद होकर रह गई है। लोकसभा चुनाव के पूर्व स्वीकृति मिलने के बाद आदर्श चुनाव आचार संहिता की बंदिशें खत्म होते ही शहर की 11 सड़कों के निर्माण का दावा किया गया था। लेकिन अबतक कोई पहल नही हो सकी। 10 करोड़ 45 लाख 11 हजारकी लागत से 2.62 किमी लंबी सिकंदरपुर पथ के चौड़ीकरण व सिकंदरपुर स्टेडियम तक 600 मीटर लिंक रोड प्रस्तावित था। जबकि, चांदनी चौक से बखरी, लक्ष्मी चौक भाया पुलिस लाइन से दादर चौक, सरैयागंज टावर से लेप्रोसी मिशन चौक भाया हाथी चौक-कल्याणी चौक पथ, मिठनपुरा चौक से लाल कोठी चौक भाया पानी टंकी पथ, मुजफ्फरपुर-पूसा पथ, मुजफ्फरपुर-पुरानी मोतिहारी रोड, दीघरा बटलर पथ, का निर्माण कराया जाना था। इनमें से अधिकांश सड़कों का निर्माण लंबित है। शहर के प्रमुख बाजार सरैयागंज, कल्याणी, मोतीझील, मिठनपुरा, लक्ष्मी चौक, कलमबाग चौक, अघोरिया बाजार चौक को जोडऩेे वाली सड़कों के चौड़ीकरण व मरम्मत का प्रस्ताव भी लंबित है।
सड़कों की बदहाली का मामला पहुंचा पीएम तक
शहर की सड़कों की बदहाली का मामला पीएम तक पहुंच चुका है। चैंबर आफ कामर्स द्वारा इस संबंध में पीएम को चिट्ठी लिखी गई थी। अध्यक्ष मोती लाल छापडिय़ा ने सीएम व नगर विकास एवं आवास मंत्री सह नगर विधायक को बार-बार पत्र भेजा। लेकिन सिवाय आश्वासन कुछ नहीं मिला।
टेंडर को तकनीकी स्वीकृति का इंतजार
शहर की मिठनपुरा, भामा साह गली और जवाहर लाल रोड समेत चार प्रमुख सड़कों के लिए 21 अगस्त को टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पथ निर्माण विभग प्रमंडल – एक की ओर से तकनीकी स्वीकृति के लिए विभाग को प्रस्ताव भेज दिया गया है। कार्यपालक अभियंता अंजनी कुमार ने बताया कि तकनीकी स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू करा दिया जाएगा। वहीं उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में अन्य सड़कों के निर्माण की भी पहल शुरू की जाएगी।
Source : Dainik Jagran