स्पाइनल मस्कुलर एस्ट्राफी (SMA) बीमारी से पीड़ित 10 माह के अयांश की मदद के लिए अब पटना से लेकर बिहार के सभी जिलों के लोग मदद को आगे आ रहे हैं। अब लोग इस सोच पर काम कर रहे हैं कि अगर एक-एक रुपए भी हर व्यक्ति दे दे तो अयांश के इंजेक्शन की व्यवस्था हो जाएगी। यूथ सड़क पर मदद मांग रहे हैं और कई ऐसे लोग भी जो बिना बताए अयांश के खाते में पैसा भेज रहे हैं। मुजफ्फरपुर से भी अयांश को बड़ी मदद मिली है। इसके साथ सासाराम, मोतिहारी, पूर्णिया से लेकर अन्य ग्रामीण जिलों में भी अयांश को बचाने के लिए मुहिम चल रही है।
मुजफ्फरपुर में भी अयांश को बचाने की मुहिम चल रही है। ALTF (एंटी लिकर टास्क फोर्स) में तैनात सब इंस्पेक्टर कुमार अभिषेक पांडेय ने अयांश को आर्थिक मदद करने के साथ फोर्स में तैनात सभी जवान और पदाधिकारियों से मदद की अपील की है। उनका कहना है कि बूंद-बूंद से घड़ा भरता है, थोड़ा-थोड़ा करके ही लोग मदद कर देंगे तो अयांश की जान बचाना आसान हो जाएगा। सब इंस्पेक्टर कुमार अभिषेक पांडेय का कहना है कि वह अयांश को नहीं जानते हैं और न ही उनके परिवार के बारे में जानते हैं, लेकिन जिस तरह से दर्द है उससे वह आत्मीय रूप से जुड़ गए हैं। वह अधिक से अधिक लोगों को प्रेरित कर रहे हैं जिससे अयांश के 16 करोड़ के इंजेक्शन की व्यवस्था हो सके।
सोशल मीडिया पर कर रहे अपील
दैनिक भास्कर की मुहिम में चल रही खबरों और वीडियो को लोग अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पर डीपी बना रहे हैं और इसे शेयर भी कर रहे हैं। ALTF (एंटी लिकर टास्क फोर्स) में तैनात सब इंस्पेक्टर कुमार अभिषेक पांडेय भी इसी में से एक हैं। उनका कहना है कि दैनिक भास्कर की खबर देखकर ही अयांश के बारे में जानकारी हुई। बच्चे और उसके माता-पिता के प्रति काफी सहानुभूति है। वह सोशल मीडिया पर लोगों से मद की अपील कर रहे हैं।
मुजफ्फरपुर की जिज्ञासा समाज कल्याण संस्था के संस्थापक सुमीत कुमार ने कहा कि दैनिक भास्कर की खबर से इसकी जानकारी मिलने के साथ ही वे आगे बढ़े हैं। अब युवाओं को इस मुहिम में जोड़ रहे हैं। सभी को प्रोत्साहित कर रहे हैं। अयांश को मुज़फ़्फ़रपुर से हर सम्भव मदद पहुंचाने को लेकर हर तरह से आगे बढ़ रहे हैं। वह मुज़फ़्फ़रपुर के हर युवा को इस मुहिम का हिस्सा बनने की अपील कर रहे हैं।
पटना की सड़कों पर घूमकर पैसा जुटाने वाले पटना के यूथ अब शहर के सरकारी और प्राइवेट कार्यालयों में घूम घूमकर मदद मांग रहे हैं। वह लोगों से आर्थिक मदद मांगने के साथ अधिक से अधिक लोगों से मदद की अपील करा रहे हैं। कोरोना काल में ऑक्सीन और अन्य संसाधन के लिए लोगों को राहत पहुंचाने वाली युवाओं की संस्था बीइिंग हेल्पर फाउंडेशन के वालंटियर अधिक से अधिक पैसा जुटाने के लिए लगे हुए हैं। संस्था के सनी सिंह राठौर का कहना है कि वालंटिर सरकारी प्राइवेट कार्यालय के साथ सार्वजिनक स्थानों पर घूम कर मदद मांग रहे हैं। अयांश को बचाने का अभियान वह पूरे बिहार में चलाने की तैयारी कर रहे हैं।
दैनिक भास्कर ने अयांश की खबर को प्रमुखता से चला रहा है। इसका लोगों पर बड़ा असर हुआ है। वीडियो और खबर को लोगों ने न सिर्फ शेयर किया है बल्कि इसे सोशल मीडिया पर अपनी डीपी के रूप में इस्तेमाल किया है। इसी वीडियो और खबर को लेकर कैंपेन भी चलाए जा रहे हैं। पटना से लेकर बिहार के कोने कोने तक लोग इस खबर और वीडियो को शेयर कर अयांश के लिए मदद मांग रहे हैं। भास्कर ने 26 जुलाई को पटना के अयांश की बीमारी और 16 करोड़ की वैक्सीन में मदद को लेकर खबर चलाई थी। मार्मिक वीडियो और खबर से लोग अयांश की मदद के लिए आगे आने लगे।
पटना के आलोक और नेहा सिंह के 10 माह के पुत्र अयांश की जिंदगी आप लोगों के हाथ में है। मदद के लिए लोग आगे आ जाएं तो उसकी जान बच जाएगी, नहीं तो वह 2 साल के अंदर इस दुनिया से चला जाएगा। 10 माह का अयांश SMA (स्पाइनल मस्कुलर एस्ट्राफी) बीमारी से पीड़ित है। जीन से होने वाली इस बीमारी का इलाज 16 करोड़ के इंजेक्शन के एक डोज से संभव है, जिसके लिए पूरा परिवार बिहार के हर घर से बच्चे की जिंदगी के लिए मदद मांग रहा है। पटना के रुपसपुर के रहने वाले आलोक कुमार सिंह और नेहा सिंह की लोगों से मदद मांग रहे हैं। वह अपील कर रहे हें कि लोग थोड़ा थोड़ सहयोग कर दें तो उनका अयांश बच जाएगा।
Source: Dainik Bhaskar