पटना. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के पटना लौटने के बाद से ही बिहार में लगातार सियासी हलचल तेज है. खास तौर पर सत्ता पक्ष और विपक्ष की ओर से दावा और प्रतिदावा का क्रम जारी है. शुक्रवार को तेजस्वी यादव ने जहां यह दावा किया की प्रदेश की नीतीश कुमार की सरकार आगामी दो से तीन महीनों में गिर जाएगी तो सत्ताधारी जनता दल यूनािटेड की ओर से इसका कड़ा जवाब दिया गया. JDU के वरिष्ठ नेता उपेन्द्र कुशवाहा (Upendra Kushwaha) ने तेजस्वी यादव के दावे के बाद बड़ा दावा करते हुए कहा है कि राजद के कई विधायक उनके सम्पर्क में हैं.
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि दुनिया की कोई ताकत नीतीश कुमार की सरकार को पांच साल तक नहीं गिरा सकती है. अगर JDU के कुछ विधायकों के सम्पर्क में होने का दावा तेजस्वी यादव कर रहे हैं तो राजद के कई विधायक हमारे सम्पर्क में हैं. लेकिन, इस समय इससे अधिक हम कुछ नहीं कहेंगे क्योंकि राजनीति संभावनाओं का खेल भी माना जाता है. कुशवाहा ने यह भी दावा किया कि बिहार में अभी एनडीए की सरकार ही बनी रहेगी और आगामी पांच साल चलेगी.
बता दें कि शुक्रवार को राजद नेता तेजस्वी यादव ने दावा करते हुए कहा था कि ‘घबराइए मत सरकार दो तीन महीने में गिरने वाली है.’ उन्होंने ये बात अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में कही थी. राजद नेता के इस बयान के बाद बिहार की सियासत गर्म हो गई. दरअसल तेजस्वी ने ये बयान तब दिया जब अपने विधानसभा क्षेत्र राघोपुर में बाढ़ पीड़ितों को देखने गए थे. उसी वक्त कुछ लोग नाराज़गी ज़ाहिर करने लगे तो तेजस्वी यादव ने उन लोगों को समझाने के दौरान ये बातें कही.
तेजस्वी यादव के इसी के बाद तेजस्वी के बयान के राजनीतिक अर्थ और गम्भीरता दोनों खोजे जाने लगा. सवाल उठने लगे कि क्या बिहार सरकार के अंदर सबकुछ ठीक चल रहा है? हालांकि बिहार की राजनीति के जानकार बताते हैं कि तेजस्वी के बयान का फिलहाल कोई बड़ा अर्थ निकालना गलत होगा क्योंकि वे बहुत दिनों के बाद राघोपुर गए थे और बाढ़ पीड़ितों ने जब नाराजगी जाहिर की होगी. ऐसे में मौके पर ही शांत करने की कोशिश के तहत ही इस तरह का बयान उन्होंने दिया होगा.
Source : News18