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नासिक के बुजुर्ग का दावा, कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद शरीर बन गया चुंबक

नासिक. महाराष्ट्र (Maharashtra) के नासिक (Nashik) के एक बुजुर्ग ने दावा किया है कि कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) की दूसरी डोज (Second Dose) लेने के बाद उनके शरीर में चुंबकीय शक्ति (Magnetic Power) पैदा हो गई है. उन्होंने दावा किया है कि जब से उन्होंने वैक्सीन की दूसरी डोज ली है तब से उनके शरीर में स्टील के बर्तन चिपक रहे हैं. सोशल मीडिया पर बुजुर्ग का जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें देखा जा सकता है कि लोहे की तरह ही उनके शरीर में स्टील के बर्तन भी चिपक जाते हैं. इस अजीबोगरीब मामले के सामने आने के बाद डॉक्टर भी इसकी जांच में जुट गए हैं.
नासिक के अरविंद जगन्नाथ सोनार (71) ने कुछ दिन पहले ही कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज ली है. बुजुर्ग अरविंद ने दावा किया है कि जब से उन्होंने कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज ली है तब से उनके शरीर में चुंबकीय शक्ति आ गई है. नासिक के शिवाजी चौक में रहने वाले अरविंद जगन्नाथ ने अपनी बात को साबित करने के लिए एक वीडियो भी बनाया है जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है. इस वीडियो में अरविंद के शरीर में चम्मच, छोटी प्लेट और घर में इस्तेमाल की जाने वाले वाले बर्तन चिपके हुए दिखाई पड़ते हैं.
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अरविंद जगन्नाथ ने बताया कि जब पहली बार ऐसा हुआ तो लगा शायद पसीने की वजह से बर्तन शरीर से चिपक रहे हैं. इसके बाद मैं नहा लिया. लेकिन जब उन्होंने फिर बर्तन को शरीर पर रखा तो वह चिपक गया.
डॉक्टरों के लिए इस तरह का ये पहला मामला है
अरविंद जगन्नाथ ने दावा किया है कि कोरोना वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के बाद ही उनके अंदर बदलाव आया है. ऐसे में डॉक्टरों के लिए ये एक पहली बन गया है. डॉक्टर अशोक थोरात ने कहा कि ये एक शोध का विषय है. अरविंद जगन्नाथ के शरीर में स्टील क्यों चिपक रही है इसके बारे में अभी हम कुछ नहीं कह सकते. हम पूरी जांच के बाद में ही किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकेंगे. फिलहाल इस पूरे मामले की रिपोर्ट महाराष्ट्र सरकार को सौंपी जाएगी. सरकार के आदेशानुसार ही किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा.
Source : News18
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हमें नींद नहीं आ रही और डरावने सपने से परेशान हूं… चिट्ठी लिखकर चोरों ने वापस की बेशकीमती मूर्तियां

चित्रकूट. उत्तर प्रदेश के चित्रकूट में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. बहुचर्चित बाला जी मंदिर से लाखों की मूर्ति चोरी मामले में नया मोड़ आया है. चोरी हुई मूर्तियां एक चिट्ठी के साथ मानिकपुर कस्बे में महावीर नगर वार्ड स्थित महंत के घर के बाहर मिली हैं. इसके बाद महंत ने मूर्तियां पुलिस को सौंप दी हैं. फिलहाल अष्ट धातु की कीमती मूर्तियां अब भी पहुंच से दूर हैं. पीड़ित महंत रामबालक दास ने बताया, “अगर जल्द इस घटना का खुलासा नहीं हुआ तो वह बड़ा आंदोलन करेंगे”.
बता दें कि शहर कोतवाली क्षेत्र के तरौहां में बने सैकड़ों साल पुराने बालाजी मंदिर से बीते 9 मई को अष्ट धातु, पीतल और तांबे की 16 मूर्तियां चोरी हुई थीं. मंदिर के महंत राम बालक दास ने बताया कि मंदिर का ताला तोड़कर चोरों ने अष्टधातु से बनी 5 किलो की श्रीराम की मूर्ति, पीतल की राधाकृष्ण की मूर्ति, बालाजी की मूर्ति और लड्डू गोपाल की मूर्ति समेत नकदी और चांदी का सामान चोरी कर लिया. पुजारी की पत्नी सुबह मंदिर में सफाई करने के लिए पहुंची तो मंदिर का ताला टूटा और मंदिर में रखी मूर्तियां गायब देखीं.
इस घटना से मंदिर परिसर में हड़कंप मच गया. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी थी. पीड़ित महंत ने कर्वी कोतवाली में तहरीर देकर चोरों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी. मंदिर प्रशासन के लोगों कहना था कि मंदिर परिसर के आस-पास अराजक लोगों ने शराब और जुए के अड्डे बना रखे हैं. उन्होंने ही मंदिर में चोरी की घटना का अंजाम दिया है.
अष्ट धातु की दो मूर्तियां नहीं मिली
शनिवार को मानिकपुर स्थित उनके ही घर के बाहर मूर्ति मिलने के बाद महंत राम बालक दास ने बताया कि सुबह जब वो गोवंशों को चारा-पानी देने निकले तो उन्हें एक चिट्ठी पड़ी मिली. उसमें मूर्तियों के जिक्र के साथ लिखा था कि मूर्ति चोरी करने के बाद उन्हें नींद नहीं आ रही और डरावने सपने आ रहे हैं. इसलिए मूर्तियां वापस कर रहे हैं और मूर्तियों को आप दोबारा मंदिर में स्थापित करवा दें. चिट्ठी पढ़ने के बाद महंत ने मूर्तियों की खोज की तो मूर्तियां घर के बाहर टोकरी के नीचे रखी बोरी के अंदर मिलीं. उन्हें पीतल व तांबे की 12 मूर्तियां बरामद हुईं लेकिन अष्ट धातु की दो मूर्तियां नहीं मिली. इसकी सूचना उन्होंने कोतवाली पुलिस को दी और पुलिस मुख्यालय पहुंचकर मूर्तियां पुलिस को सौंप दी है.
Source : News18
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महिलाओं के विकास के लिए है आत्म विश्वास जरूरी

चाहे किसी प्रकार की परीक्षा हो या खेल जगत, है मैदान में महिलाएं अवल दर्जे पर नजर आ रही है। वो अपने हौसले के साथ हर बाधाओं को पर कर हर एक छेत्र में अपना नाम रोशन कर रही। कई क्षेत्र में तो नारी पुरुषों से दो कदम आगे है। घुंघट व लोक-लज्जा की बेड़िया अब टूट चुकी हैं। बावजूद महिलाओं को और सशक्त होने की जरूरत हैं। कई दफा ये देखा गया है कि महिलाओं के आवाज को दबा दिया जाता है, या उन्हें समाज का खौफ देकर आगे बढ़ने नही दिया जाता, मगर कब तक?
एक बहुत ही प्रसिद्ध कहावत है “कहने वाले कहते रहेंगे, अगर तुम उनकी बात सुनोगे तो कभी आगे नहीं बढ़ पाओगे, और अगर कुछ पाना है तो सपने देखो, कदम बढ़ाओ, बिना किसी से डरे”। बस यही एक चीज है जो महिलाओं को आगे बढ़ने में मदद कर सकती है “आत्म विश्वास”।
लेकिन, आत्म विश्वास के अलावा भी बहुत सी चीजें है जो जरूरी है। आज भी महिलाओं के लिए बेहतर शिक्षा व सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत हैं। जिले में बढ़ते अपराध से छात्र-छात्राएं व अभिभावक भयभीत रहते हैं। आज भी ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं पुरुष के दबाव में रहती हैं। ससुराल में महिलाओं को विभिन्न कारणों से पड़ताड़ित किया जाता हैं। जिससे वह या तो आत्महत्या कर लेती है या उसकी हत्या कर दी जाती हैं। इससे निपटने के लिए कई कानून बनाए गए हैं। लेकिन, महिलाओं के पास न तो रुपए है न ही जमीन। और मुकदमा लड़ने के लिए रुपए की आवश्यकता होती हैं। ऐसे में महिलाओं के लिए बनाए गए कानून को शतप्रतिशत धरातल पर उतारने की बहुत जरूरत है।
आज ही नारी आत्म निर्भर बन रही है मगर उन्हें भी कई सारी कठिनाइयों का सामना करना परता है। जैसे कही भी आते जाते कोई उन्हें छेड़ देता है, उनका मनोवल गिरा देता है, उनकी बेइज्जती करता है, मगर ये गर्व की बात है कि हमारे देश की कई महिलाओं ने आत्म निर्भर बनने का सपना सच किया है, और दूसरो के लिए एक प्रेरणा बनी है। और अगर नारियों ने मन से समाज का डर निकल जाए और उन्हें भी बराबर सम्मान मिले तो वो समय दूर नहीं जब भारत की सभी महिलाएं मर्दों के साथ कंधा मिला कर चलेगी।
कई सालों से महिला सशक्तिकरण का प्रयास चल रहा है, और काफी कुछ बदलाव भी आया है। लेकिन अभी भी काफी कुछ होना बाकी है। रह गई होगी कोई कमी या होगा कुछ नया प्रयास?
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बोरी में चिल्लर भरकर स्कूटी खरीदने पहुंच गया शख्स, शोरूम मालिक के उड़े होश

असम के एक लड़के ने स्कूटर खरीदने के लिए ऐसा किया कि शोरूम के मैनेजर और सेल्समैन भी हैरान रह गए। ये शख्स स्कूटी खरीदने के लिए बोरे भरकर पैसे लाया था। इस शख्स ने बताया कि वह महीनों से सेविंग कर रहा था। जब पैसे पूरे हो गए तो वह बोरी भरकर शोरूम पहुंच गया। बोरे के अंदर एक, दो और 10 रुपए के सिक्के थे। इस युवक का वीडियो एक यूट्यूबर हिरक जे दास ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है।
फेमस यू ट्यूबर हिरक जे दास ने इस युवक की कहानी अपने यूट्यूब पेज पर शेयर की है। कहानी के मुताबिक, स्कूटी खरीदने वाला शख्स पेशे से एक दुकानदार है। वह अपने काम के लिए कई समय से स्कूटी खरीदना चाहता था। इसके लिए उसने महीनों पहले सेविंग करना शुरू किया। कभी एक रुपया तो कभी दो रुपये और कभी दस रुपए के सिक्के जमा करता गया। हाल ही में उसने शोरूम पहुंचकर स्कूटी खरीदी। जब वह बोरे में भरकर स्कूटी लेने पहुंचा तो शोरूम के मैनेजर और कर्मचारी भी हैरान रह गए।
वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे ये शख्स स्कूटी खरीदने के लिए बोरे लेकर शोरूम पहुंचता है और लोग हैरान रह जाते हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि शोरूम में मौजूद लोग बोरे को उठाते हैं और अंदर मौजूद सिक्कों को देखकर हैरान हो जाते हैं।
शोरूम के स्टाफ को पैसे गिनने में काफी समय लगा, क्योंकि वह शख्स एक, दो और 10 रुपए के सिक्के लेकर पहुंचा था इसलिए गिनने में देरी लगी। हालांकि गिनती पूरी होने के बाद शोरूम मैनेजर ने शख्स को स्कूटी की चाबी दी।
Source : Hindustan
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