रणवीर सेना के सुप्रीमो ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड के गवाह ओम नारायण राय पर जानलेवा हमला किया गया। घटना में वह बाल-बाल बच गए। हमले का आरोप एक पूर्व एमएलसी के खासमखास धर्मेन्द्र नाम के एक शख्स पर लगा है, जो पटेल नगर का रहनेवाला बताया जाता है। यह घटना दो दिन पूर्व पटना के शाहपुर इलाके में हुई। इससे संबंधित प्राथमिकी थाने में दर्ज करा दी गई है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।
शाहपुर वार्ड नम्बर 5 में रहनेवाले ओम नारायण राय चर्चित ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड में गवाह हैं। इस हत्याकांड में गवाह हैं सीआरपीसी की धारा 164 के तहत उनक बयान भी दर्ज कराया गया है। ओम नारायण राय द्वारा दी गई लिखित शिकायत में कहा गया है कि शाहपुर वार्ड नम्बर 5 में उनका मकान है। घटना के दिन घर के पास ही उनपर धर्मेन्द्र नाम के व्यक्ति ने पिस्टल तान दी। वह दीवार की ओट लेकर घर में भागे। इसी बीच उन्हें लगा कि बड़ा बेटा बाहर है कहीं उसके साथ अनहोनी न हो जाए। वह अपनी लाइसेंसी राइफल लेकर छत पर चढ़े और लड़के को अंदर आने को कहा। तभी उन्हें लगा कि वह व्यक्ति उन्हें ही ढूंढ़ रहा है। इतने में उसने ओम नारायण राय पर गोली चला दी। उन्होंने भी बचाव में राइफल से फायर की पर गोली चलानेवाला शख्स भाग निकला।
गोली चलानेवाला एक पूर्व एमएलसी का करीबी
ओम नारायण राय द्वारा दर्ज कराई गई प्राथमिकी में कहा गया है कि जिस शख्स ने उनपर गोली चलाई वह एक पूर्व एमएलसी का करीबी है। उसका नाम धर्मेन्द्र है और पटेल नगर में रहता है। उनका आरोप है कि मेरे द्वारा 164 का बयान देने के चलते मेरे रिश्तेदारों को धमकाया जा रहा था। इसी को लेकर घटना से एक दिन पूर्व बहसा-बहसी हुई और उसे 24 घंटे में ही मुझपर जानलेवा हमला किया गया।
1 जून 2012 को हुई थी हत्या
रणवीर सेना के सुप्रीमो ब्रह्मेश्वर मुखिया की हत्या 1 जून 2012 को आरा शहर में कतीरा मोहल्ले में कर दी गई थी। शुरुआत में बिहार पुलिस ने इसकी जांच की। बाद में यह मामला सीबीआई को सौंप दिया गया। 17 जुलाई 2013 को सीबीआई ने ब्रह्मेश्वर मुखिया हत्याकांड की प्राथमिकी दर्ज की थी।
Source : Hindustan