बिहार के महत्वपूर्ण पर्यटन और प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों की सुरक्षा बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के जिम्मे होगी। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इस कड़ी में पटना जंक्शन स्थित महावीर मंदिर और राजगीर स्थित बौद्ध शांति स्तूप की सुरक्षा इसी सशस्त्र बल को सौंपी जाएगी। इसके अलावा गया के विष्णुपद मंदिर, पटना सिटी गुरुद्वारा, विक्रमशिला की सुरक्षा की कमान भी इसी फोर्स के जिम्मे होगी। सासाराम के शेरशाह के मकबरा और रोहतास गढ़ के किला की भी चर्चा है। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के अधिकारियों के अनुसार पिछले दिनों महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा की जिम्मेवारी सौंपने के प्रस्ताव पर विचार किया गया था और अब निकट भविष्य में तैनाती की जाएगी। बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस को लेकर राज्य सरकार ने हाल ही में कानून बनाया है।
यह फाेर्स फिलहाल दरभंगा एयरपोर्ट और बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर की सुरक्षा में तैनात है। महाबोधि मंदिर में आतंकी हमला हो चुका है। बिहार विधान मंडल में बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस अधिनियम 2021 को लेकर जबरदस्त हंगामा भी हुआ था।
फाेर्स को लेकर यह है प्रावधान
राज्य सरकार द्वारा अधिसूचित प्रतिष्ठानों में तैनात विशेष सशस्त्र पुलिस को उस परिसर में ही बिना वारंट गिरफ्तारी का अधिकार होगा। उस परिसर के बाहर नहीं। अगर परिसर में वह किसी संदिग्ध को गिरफ्तार करती है तो उसे तत्काल वहां मौजूद स्थानीय पुलिस अधिकारी या स्थानीय थाने काे सुपुर्द करना होगा। साथ ही विशेष सशस्त्र पुलिस के अधिकारी को यह रिपोर्ट भी देनी होगी कि संबंधित व्यक्ति को क्यों गिरफ्तार किया गया। आने वाले दिनों में मेट्रो की सुरक्षा भी विशेष सशस्त्र पुलिस के पास होगी।
तैनाती और कार्रवाई का यह है प्रावधान
राज्य सरकार जिस धरोहर या प्रतिष्ठान को नोटिफाई करेगी। यानी जहां विशेष सशस्त्र बल को तैनात करेगी वह उसी परिसर में कार्रवाई कर सकेगी। बाहर नहीं। परिसर में अगर कोई संदिग्ध है तो वह उसे बिना वारंट के गिरफ्तार कर सकती है। उसे अनुसंधान का अधिकार नहीं दिया गया है। इस फाेर्स को धरोहर जैसे महाबोधि मंदिर, एयरपोर्ट, मेट्रो, बिजली संयंत्र आदि की सुरक्षा में तैनात किया जाना है।
Input: dainik bhaskar