मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एक सवाल पर कहा कि यह सही नहीं है कि बिहार में अपराध बढ़े हैं। पहले की तुलना में यह घटा है। जब से हमलोग शराबबंदी लागू किये हैं, तब से अपराध में भी कमी आई है। सड़क दुर्घटनाएं भी कम हुई हैं। पहले शराब पीकर गाड़ी चलाने से सड़क दुर्घटना के काफी मामले सामने आते थे। अभी देशभर का रोड एक्सिडेंट का फिगर देख लीजिये, इसमें अभी बिहार की क्या स्थिति है पता चल जाएगा। उन्होंने कहा कि शराब कितनी बुरी चीज है, पियोगे तो मरोगे, इसको लेकर ठीक ढंग से लोगों के बीच प्रचार-प्रसार किया जाएगा।
सोमवार को जनता के दराबर में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद वे पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कहीं कोई आपराधिक घटनाएं होती हैं तो हर घटना पर पूरे तौर पर जांच के बाद कार्रवाई होती है। पुलिस को निर्देश है कि कहीं कोई घटना होती है तो जांच कीजिये और कार्रवाई करिये। प्रशासन और पुलिस इस मामले में सक्रिय है। जहां कहीं भी कुछ हो रहा है उस पर एक्शन हो रहा है। कुछ जगह घटना अलग किस्म की हुई है। एक जगह नक्सलियों का मामला आया है तो पूरे तौर पर जांच हो रही है। एक-एक चीज को देखा जा रहा है।
संकल्प लेकर भूल गये क्या?
मुख्यमंत्री ने विपक्ष का नाम लिये बगैर कहा कि भूल गये क्या? जिस समय शराबबंदी लागू की गयी थी, कितनी मजबूती के साथ सभी ने संकल्प लिया था। सर्वसम्मति से लागू किया गया। इसमें किसी पार्टी का विरोध नहीं था। सत्ता हो या विपक्ष, सबकी सहमति से यह हुआ है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि शराबबंदी को लेकर मंगलवार को होने वाली बैठक में हमलोग देखेंगे कि आखिर कौन लोग शराबबंदी कानून की अवहेलना के आरोप में पकड़े गये हैं। पहले शराब के धंधे से जुड़े लोग आजकल कौन काम कर रहे हैं। इस पर भी नजर रखने की जरूरत है। वहीं शराबबंदी को लेकर लोगों को फिर से जागरूक करने के लिए अभियान चलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के लोगों के बारे में गलतफहमी पैदा की जाती है। बिहार के अधिकतम लोग इन सब चीजों के मामले में बहुत अच्छे विचार के हैं। चंद लोग तो गड़बड़ होंगे ही, दुनिया में कोई कह ही नहीं सकता है कि हर आदमी ठीक हो जायेगा। कुछ लोग हैं, जिन्हें शराबबंदी अच्छी नहीं लगती है, वैसे लोग मेरे खिलाफ हैं।
कंगना जैसे बयान पर नोटिस नहीं लिया जाना चाहिए : फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के आजादी वाले बयान पर पूछे गये सवाल मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका कोई मतलब नहीं है। हमें आश्चर्य लगता है कि ऐसे लोगों की बात को पब्लिश कैसे किया जाता है। ऐसी बातों पर कोई नोटिस नहीं लिया जाना चाहिए। व्यक्ति के बारे में आप कह ही नहीं सकते हैं कि कौन क्या बोलेगा? मुख्यमंत्री ने सवालिया लहजे में कहा कि कौन नहीं जानता है कि आजादी कब हुई। ऐसे बयानों को महत्व नहीं देकर उसे मजाक में उड़ा देना चाहिये था। कुछ लोगों की आदत होती है। हम ऐसे लोगों पर ध्यान नहीं देते हैं।
हिंदुत्व वाले बयान पर कहा राहुल गांधी से ही पूछिये : कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हिंदुत्व वाले बयान के सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ये उन्हीं से पूछिये, वह पूरा बतायेंगे। इन सब चीजों पर क्या चर्चा करनी है। कुछ लोग कुछ बोलकर चर्चा में बने रहना चाहते हैं। उनको काम में रुचि नहीं है। हमलोगों को काम में रुचि है। जनता की सेवा करना ही हमारा धर्म है, हम उसी में लगे रहते हैं। हम व्यक्ति विशेष के लिए नहीं कह रहे हैं। ज्यादातर लोगों के मन में रहता है कि कुछ बयानबाजी करते रहो, ताकि पब्लिसिटी मिलती रहे। बिहार में देखियेगा तो कुछ लोग मेरे खिलाफ बोलते हैं, ताकि उनको पब्लिसिटी मिले। उनको मालूम है कि मेरे खिलाफ बोलेंगे तो पब्लिसिटी मिलेगी।
शराबबंदी को और प्रभावी बनाने पर बैठक आज
मुख्यमंत्री ने कहा कि मंगलवार को शराबबंदी को प्रभावी बनाने के लिए हम विस्तार से बैठक करेंगे, जिसमें सभी मंत्री, विभागों के आलाधिकारी और डीएम-एसपी रहेंगे। जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि कड़ाई से शराबबंदी लागू होने के बावजूद इस तरह की घटनायें क्यों सामने आ रही हैं, इसको लेकर भी चर्चा की जायेगी।
खरी-खरी
● हमलोग देखेंगे कि आखिर कौन लोग शराबबंदी की अवहेलना में पकड़े गये हैं
● कुछ लोग हैं, जिन्हें शराबबंदी अच्छी नहीं लगती है, वैसे लोग मेरे खिलाफ हैं
Source : Hindustan
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