हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए राहत की खबर सामने आई है। फ्लाइट किराए को लेकर नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयरलाइंस को खास निर्देश जारी किए हैं। सभी एयरलाइंस को सुनिश्चित करने को कहा है कि मेटासर्च इंजन वेबसाइट पर दिखाया जाने वाला हवाई किराया उनकी खुद की वेबसाइट पर दिखाए जा रहे किराये से ज्यादा ना हो। साथ सभी यात्रियों से किराए को लेकर सावधानी बरतने को कहा है।
Passengers travelling to international destinations "are requested to check the fare from concerned Airlines' websites as metasearch engines at times do not reflect actual fare and end up with an exaggerated figure: Directorate General of Civil Aviation (DGCA)
— ANI (@ANI) August 10, 2021
तरराष्ट्रीय यात्रा करने वाले यात्रियों को DGCA का अनुरोध- चैक करें वेबसाइट
इसके साथ ही डीजीसीए ने अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों की यात्रा करने वाले यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि वह टिकट बुक करने से पहले संबंधित एयरलाइंस की वेबसाइटों से किराए की जांच जरूर करें। क्योंकि मेटासर्च इंजन कभी-कभी गलत किराया दिखाता है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देश में गूगल और स्काईस्कैनर सहित कई मेटासर्च इंजन वेबसाइट ऑपरेट करती हैं।
— DGCA (@DGCAIndia) August 10, 2021
दिल्ली-लंदन की फ्लाइट किराए में बढ़त को लेकर उठा था मामला
रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्रालय के अंतर-राज्य परिषद सचिवालय में सचिव संजीव गुप्ता ने ट्विटर पर शिकायत करते हुए कहा था कि ब्रिटिश एयरवेज का 26 अगस्त की दिल्ली-लंदन फ्लाइट का इकोनॉमी क्लास का किराया 3.95 लाख रुपये बताया गया। हालांकि, नागर विमानन मंत्रालय ने रविवार को स्पष्ट किया कि अगस्त के दौरान दिल्ली-लंदन उड़ान का किराया 1.03 लाख रुपये से 1.47 लाख रुपये के बीच है। ऐसे में लोगों के यात्रियों के बीच असमंजस की स्थिति पैदा हो गई थी।
खत्म होगा यात्रियों का असमंजस, मिली बड़ी राहत
डीजीसीए के सीनियर अधिकारी ने कहा कि कई बार मेटासर्च इंजन पर टिकट किराए एयरलाइंस की वेबसाइट पर दिखाए गए किराये से ज्यादा होते हैं, जिससे यात्रियों के बीच असमंजस पैदा होता है। ऐसे में नियामक ने एयरलाइंस से यह सुनिश्चित करने को कहा है कि मेटासर्च इंजन पर किराया उनकी वेबसाइट में दिखाए गए किराये से ज्यादा नहीं होने चाहिए। ऐसे में यात्रियों को इस असमंजस से बड़ी राहत मिलेगी।
Source : Dainik Bhaskar