दया प्रकाश सिन्हा के सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। बिहार बीजेपी अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने गुरुवार को पटना के कोतवाली थाने में दया प्रकाश सिन्हा के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है। बता दें कि अवकाश प्राप्त आइएएस अधिकारी ने सम्राट अशोक पर नाटक लिखा है। इसमें सम्राट अशोक को औरंगजेब की तरह क्रूर शासक बताया गया है। कहा गया कि अशोक ने अपनी खामियों को छिपाने के लिए धन का उपयोग धार्मिक कार्यों में किया। उन्होंने भाइयों की हत्या की थी। पिता को कारावास में डाल दिया था। सम्राट अशोक बेहद बदसूरत था। कामुक था। दूसरों को शोक में देख कर खुश होता था। इसलिए सम्राट अशोक को चंडाशोक एवं कामाशोक भी कहा जाता था।
बता दें कि अवकाश प्राप्त आइएएस अधिकारी ने सम्राट अशोक पर नाटक लिखा है। इसमें सम्राट अशोक को औरंगजेब की तरह क्रूर शासक बताया गया है। कहा गया कि अशोक ने अपनी खामियों को छिपाने के लिए धन का उपयोग धार्मिक कार्यों में किया। उन्होंने भाइयों की हत्या की थी। पिता को कारावास में डाल दिया था। उन्होंने लिखा कि सम्राट अशोक बेहद बदसूरत और कामुक था। दूसरों को शोक में देखकर खुश होते थे। इसलिए सम्राट अशोक को चंडाशोक एवं कामाशोक भी कहा जाता था।
नेताओं ने जताई आपत्ति
इस मामले में बिहार बीजेपी अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा और बिहार के मंत्री सम्राट चौधरी समेत कई नेता विरोध जता चुके हैं। संजय जायसवाल ने कहा था कि जो सम्राट अशोक के नहीं हैं वो भगवान राम के भी नहीं हो सकते। ललन सिंह तो राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से दया प्रकाश सिन्हा को दिया पद्म और अन्य पुरस्कार वापस लेने की मांग कर चुके हैं। मंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सम्राट अशोक के नाम से डाक टिकट जारी किया। बिहार सीएम नीतीश कुमार ने गांधी मैदान के निकट उनके नाम पर कन्वेंशन हाल बनवाया। अशोक के लिए ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कभी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि सम्राट अशोक के लिए अभद्रतापूर्वक अपशब्दों का इस्तेमाल निंदनीय है। पार्टी और सरकार उस व्यक्ति के विरुद्ध कार्रवाई करे।
Source : Dainik Jagran