यास चक्रवात के असर से आई आंधी-पानी ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है। खासकर सब्जी व दलहन फसल को भारी नुकसान हुआ है। पारू में भारी बारिश से सैकड़ों किसानों के खेत में लगी मक्के की फसल, खीरा, भिंडी, परवल, नेनूआ समेत अन्य सब्जियों और गेंदा फूल की खेती बर्बाद हो गई। जगदीशपुर धरमू गांव के किसान केदार भगत, राकेश कुमार, रमेश कुमार, रूपेन्द्र कुशवाहा, राजू रंजन कुमार, त्रिभुवन भगत, मनीष कुमार, विकास कुमार, शिवनाथ भगत, रामेश्वर भगत आदि किसानों ने बताया कि इस तरह फसल बर्बाद होने का थोड़ा भी अंदाजा नहीं था। बारिश के कारण किसानों का काफी नुकसान हुआ है। सरकार क्षति का आंकलन मुआवजा दे।
मनियारी में प्रखंड क्षेत्र में सैकड़ों एकड़ में लगी हरी सब्जी व उड़द, मूंग व मक्के की तैयार फसल यास चक्रवात की भेंट चढ़ गई। किसानों ने सरकार से इसकी भरपाई करने की मांग की है। मड़वन प्रखंड में आंधी-बारिश से फसलों व सब्जी को काफी क्षति पहुंची है। गबसरा के किसान राजेश रंजन ने बताया कि किसानों को काफी आर्थिक नुकसान हुआ है। करेला, कद्दू, खीरा, नेनुआ आदि सब्जी खेत में ही पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
वहीं, मूंग व तिल सहित अन्य फसल जलमग्न होकर नष्ट हो गए। किसान सुरेश सुमन ने बताया कि आम, लीची, केले के कई पौधे गिर गए हैं। पूरे प्रखंड में लगभग 100 हेक्टयर में लीची, 100 हेक्टेयर में आम, 200 हेक्टेयर में लगी सब्जी, 50 हेक्टेयर में लगे केले तथा 500 हेक्टयर में लगी मूंग की फसल को आंधी-पानी के कारण नुकसान हुआ है। इस संबंध में प्रभारी बीएओ अरविंद कुमार ने बताया कि अभी तक कितनी फसल की क्षति हुई है, इसका आंकलन करवाया जा रहा है।
Input: dainik bhaskar