बंगाल की खाड़ी से उठा भीषण चक्रवात ‘यास’ कुछ ही घंटों में पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के समुद्र तटीय इलाकों में टकराने वाला है. अगले कुछ घंटों में तूफान यास के तीव्र चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है, जिसके बाद वह बंगाल और ओडिशा में पहुंचा. जिसका असर भी बहुत ज्यादा देखने को मिल रहा है.
पश्चिम बंगाल में जैसे ही चक्रवात यास लैंडफॉल के करीब पहुंचा है, पूर्व मेदिनीपुर जिले के दीघा में समुद्र में हलचल बहुत तेज हो गई है. चक्रवात यास के लैंडफॉल से पहले ओडिशाल के भद्रक जिले में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं. कुछ ही समय में यास चक्रवात बालासोर-धामरा के पास पहुंचेगा, जिसकी रफ्तात 155-165 किलोमीटर प्रतिघंटा हो सकती है.
बिहार की उप मुख्यमंत्री और आपदा प्रबंधन मंत्री रेणु देवी ने बताया कि यास तूफान को लेकर सरकार ने अपनी ओर से तैयारियां कर रखी है. हर स्तर पर तैयारी हुई है. मुख्यमंत्री के स्तर पर तैयारियों की समीक्षा की गई है.
बिहार के कई जिलों में यास का असर दिखने लगा है. बारिश शुरू हो गयी है. वैशाली जिला के तमाम थाना के थानाध्यक्ष अपने -अपने क्षेत्र में जनता को जागरूक करने के लिये जगरूकता अभियान चला रहे हैं. चौक-चौराहे पर लोगों को माइकिंग के जरिये सावधान किया जा रहा है.
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भारी बारिश के चलते भद्रक जिले के जमुझाड़ी रोड क्षतिग्रस्त हो गया है. सड़क मरम्मत का काम चल रहा है.
ओडिशा में लैंडफॉल के बाद नावों और दुकानों को भारी नुकसान पहुंचा. पश्चिम बंगाल-ओडिशा सीमा के पास उदयपुर में हवा ने कई चेक पोस्ट बैरिकेड्स उड़ा दिए.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि चक्रवात ”यास” के कारण मौसम के खराब हालात के चलते बंगाल में तीन लाख मकानों को क्षति पहुंची है. ‘‘यास’’ के कारण 15 लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है.
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चक्रवात यास के मद्देनजर जिलाधिकारियों, आपदा प्रबंधन समिति और अन्य अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी 28 मई को पूर्वी मिदनापुर का दौरा करेंगी
चक्रवात ‘यास’ की वजह से नावों को नुकसान