कोरोना वायरस (coronavirus) के संक्रमण से बचाव के लिए तंबाकू के इस्तेमाल को छोड़ना बेहद जरूरी है. दरअसल, तंबाकू उत्पादों के उपयोग से शरीर में कई प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती हैं और इससे इम्युनिटी भी कमजोर हो जाती है. यही नहीं कोरोना संक्रमित व्यक्तियों द्वारा तंबाकू (Tobacco) का सेवन करने के बाद इधर-उधर थूक फेंकने से भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है.
बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित राज स्वास्थ्य समिति की पहल पर राज्य के सभी कार्यालयों के पदाधिकारी और कर्मचारियों को तंबाकू उत्पादों का सेवन न करने को लेकर शपथ दिलाया जाएगा. राज स्वास्थ्य समिति (Raj Health Committee) के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार द्वारा सभी जिलों के डीएम और सिविल सर्जन को इस संबंध में निर्देश जारी किया गया है.
जारी निर्देश में इस बात की चर्चा की गई है कि राज्य के सभी अस्पतालों में अगले 2 सप्ताह तक तंबाकू उत्पादों के सेवन से होने वाले दुष्प्रभाव की जानकारी देने के अलावा जन जागरूकता कार्यक्रमों का भी बड़े पैमाने पर आयोजन किया जाएगा. इन अस्पतालों में जहां मरीज और उनके परिजन आते हैं वहां तंबाकू निषेध से संबंधित बैनर और पोस्टर लगाने के अलावा तंबाकू नियंत्रण से संबंधित कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे. राज स्वास्थ समिति ने टोल फ्री नंबर 1800112356 जारी किया है जिस पर तंबाकू से मुक्ति के लिए सलाह भी लेने की व्यवस्था की गई है. इस टोल फ्री नंबर पर राज्य के किसी भी जगह से सलाह ली जा सकती है.तंबाकू उत्पादों की बिक्री खुलेआम हो रही है
जिला स्तर पर भी जागरूकता कार्यक्रमों के लिए राज्य तंबाकू नियंत्रण कोषांग और गैर सरकारी संगठन सीड्स से संपर्क करने की नसीहत दी गई है. बिहार में 25.9 परसेन्ट लोग तंबाकू उत्पादों का सेवन करते हैं. जबकि भारत में करीब 13 लाख मौतें हर साल तंबाकू जनित उत्पादों के सेवन से होती है. 100 मौतों में से औसतन 40 प्रतिशत मौत तंबाकू जनित रोगों के कारण ही होती है. बिहार में तंबाकू सेवन को रोकने के लिए जिला स्तर पर तंबाकू नियंत्रण के नोडल पदाधिकारी तैनात हैं. हालांकि, इन सबके बावजूद यहां धारा तंबाकू उत्पादों की बिक्री खुलेआम हो रही है.
Input: news18