उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने बुधवार को विधान परिषद में कहा कि नगर विकास विभाग का पदभार संभालने के बाद नालों की उड़ाही पर सबसे अधिक जोर दिया। यही कारण है कि शहर से पानी जल्द निकल जाता है। कुछ जगहों पर परेशानी है जिन्हें चिह्नित किया जा रहा है। जिस समय वे यह दावा कर रहे थे, उसी वक्त विधानमंडल कैंपस जलमग्न था। विधानमंडल कैंपस से पानी निकालने के लिए दो पंप लगाए गए थे। बाद में इसकी संख्या बढ़ा दी गई, तब जाकर पानी निकला। उपमुख्यमंत्री संजय मयूख के तारांकित प्रश्न का उत्तर दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कुछ निकायों में जलजमाव की समस्या है, जिसे दूर किया जा रहा है।
कांग्रेस के प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा कि सरकार 12 साल से जलजमाव वाले क्षेत्रों का सर्वे ही करा रही है। इतने वर्षों में सरकार पटना का ड्रेनेज सिस्टम भी ठीक नहीं करा पाई। इस पर मंत्री ने कहा कि जून में काफी वर्षा हुई। ज्यादातर वर्षा रात में ही हुई। लेकिन रात में भी संप हाउस चलाकर पानी निकाला गया। प्रश्नकर्ता संजय प्रकाश ने सभी जिला मुख्यालयों में जलजमाव की स्थिति पर चर्चा की थी। उन्होंने पटना के सभी प्रमुख माेहल्लों में जलजमाव का मामला उठाते हुए सरकार से जानना चाहा था कि इस स्थिति से निजात कब मिलेगी।
गर्दनीबाग अस्पताल के वार्ड तक बारिश का घुसा पानी
राजधानी में बुधवार दोपहर बाद करीब दो घंटे तक हुई बारिश के बाद कंकड़बाग और बांकीपुर अंचल इलाके से पानी को तेजी से निकल गया। लेकिन निचले इलाकों में सड़कों पर एकबार फिर पानी जमा हो गया। नियमित ड्रेनेज सिस्टम नहीं होने के कारण रामकृष्णानगर, जगनपुरा, सिपारा, सरिस्ताबाद, बेउर, अनीसाबाद पुलिस कॉलोनी, राजीवनगर आदि इलाकों में लोगों को जलजमाव का सामना करना पड़ा। पाटलिपुत्र इलाके में पीएंडएम मॉल के सामने मुख्य सड़क पर भी पानी जमा हाे गया। गर्दनीबाग अस्पताल के वार्ड तक पानी घुस गया।
इससे अस्पताल के डॉक्टर, कर्मचारी से लेकर मरीज तक परेशान हुए। सिविल सर्जन कार्यालय के कैंपस में भी पानी जम गया था। लेकिन देर शाम तक यहां से पानी की निकासी हो गई। वीआईपी इलाकों में संभावित जलजमाव को देखते हुए पहले से ही व्यवस्था की गई थी। ईको पार्क के सामने डिप्टी सीएम रेणु देवी व पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव के आवास पर पंप लगाया गया है। पिछली बारिश के दौरान पूर्व मंत्री के आवास पर पंप नहीं लगने से पानी जमा होने का मामला सामने आया था।
सैदपुर नहर में गिरा पेड़, बहाव रुकने से बाहर फैल गया पानी
सैदपुर नहर में गिरा पेड़, बहाव रुकने से बाहर फैल गया पानी तेज हवा और बारिश के कारण बुधवार काे सैदपुर नहर में बरगद का एक बड़ा पेड़ गिर गया, जिससे पानी का बहाव बाधित हो गया। इसे नाले से बाहर करने में करीब तीन घंटे का समय लगा। इसके बाद पानी का बहाव व्यवस्थित हो सका। पेड़ के गिरने से राजेंद्रनगर से कदमकुआं तक जलजमाव की आशंका गहरा गई थी। नगर निगम ने फाैरन वन विभाग को इसकी जानकारी दी। हालांकि, वन विभाग की टीम के आने में देरी को देखते हुए अंचल कार्यालय से जेसीबी के साथ अन्य टीम को वहां बुलाया गया।
जेसीबी से पेड़ को बाहर निकालने की कवायद शुरू हुई। इस दौरान आरके एवेन्यू और सैदपुर डीपीएस से लगातार पानी सैदपुर नाले में आ रहा था। पानी की रफ्तार बाधित होने से दूसरी तरफ पानी जमना शुरू हो गया। इससे सैदपुर इलाके में पानी उबटने की भी आशंका बढ़ने लगी। हालांकि, निगम की टीम ने तेजी से पेड़ की शाखाओं को काटकर निकालना शुरू किया, जिससे पानी का बहाव कुछ हद तक ठीक हो गया।
Input: Dainik Bhaskar