पटनाः ट्विटर ने बिहार बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया है. हालांकि इस संबंध में संजय जायसवाल ने कोई ट्वीट नहीं किया है कि आखिर ट्विटर ने ब्लू टिक क्यों हटाया है. वहीं, एक सामान्य जानकारी की बात करें तो यह माना जाता है कि कई बार ट्विटर के नियमों के खिलाफ पोस्ट करने या कुछ अनदेखी करने पर ट्विटर की ओर से ऐसा किया जाता है. या फिर कई बार अकाउंट अगर इनएक्टिव होता है तो भी ब्लू टिक ट्विटर की ओर से हटा दिया जाता है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को ट्विटर ने किया Unverified pic.twitter.com/X3aCrKQaQc
— Muzaffarpur Now (@muzaffarpurlive) October 13, 2021
यह कोई पहला मामला नहीं
हालांकि ट्विटर की ओर से किसी के अकाउंट से ब्लू टिक हटाने का यह कोई पहला मामला नहीं है. ऐसा पहले भी होते आया है. कई बार तो बड़े नेताओं के अकाउंट से ब्लू टिक ट्विटर ने हटा दिया और बाद में खुद की गलती बताकर फिर से उस अकाउंट को ब्लू टिक दे चुका है. अभी इसी साल उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के अकाउंट से ट्विटर ने ब्लू टिक हटाया था. इसको लेकर भारत और ट्विटर के बीच विवाद से जोड़कर देखा जाने लगा था.
ब्लू टिक का क्या है मतलब
ट्विटर पर मौजूद अकाउंट पर नजर आने वाला ब्लू टिक यह बताता है कि यह अकाउंट किसी वेरिफाइड व्यक्ति का है. अगर किसी व्यक्ति को अपना अकाउंट वेरिफाई करवाना है तो उसके लिए उस व्यक्ति का ट्विटर पर सक्रिय होना होगा, ऑथेंटिक और नोटबल होना जरूरी है। ट्विटर सामान्य तौर पर सरकारी कंपनियों, NGO और अन्य महत्वपूर्ण लोगों के अकाउंट को वेरिफाई करता है.
नियमों के मुताबिक, अकाउंट में यूजर नेम बदल जाने या अकाउंट इनएक्टिवेट हो जाने पर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया जाता है. यही नहीं किसी अकाउंट का मालिक नहीं रहता है तब अकाउंट से वेरिफिकेशन का ब्लू टिक बिना जानकारी या सूचना के हटा दिया जाता है. लगातार विवादित ट्वीट करने पर भी ब्लू टिक हटा देता है.
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