बिहार में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रित होते ही नीतीश सरकार ने फैसला किया कि राज्य में सोमवार से शैक्षणिक संस्थान खुल जाएंगे. इस दौरान स्कूल-कॉलेजों को कोरोना गाइडलाइन का पालन करना होगा. सरकार ने कहा है कि 11वीं क्लास से लेकर ऊपर की कक्षाएं ऑफलाइन संचालित की जाएंगी. लेकिन यह ध्यान रखना होगा कि 50 फीसदी स्टूडेंट ही कक्षा में शामिल हो सकते हैं. संस्थान के गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था होगी और वैक्सिनेशन करा चुके शिक्षकों और कर्मचारियों को ही प्रवेश की अनुमति मिलेगी.
बिहार में डेल्टा प्लस का एक भी केस नहीं
आपको बता दें कि बिहार में अब तक डेल्टा प्लस का एक भी केस नहीं सामने आया है और कोरोना संक्रमण के मामलों में भी तेजी से गिरावट आई है. बीते दिनों अलग-अलग जिलों से सैंपल लेकर डेल्टा प्लस की पुष्टि के लिए स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें भुवनेश्वर और दिल्ली भेजा था. दोनों जगहों से सैंपल की रिपोर्ट सरकार के पास आ गई है. खुशी की बात यह है कि अब तक भेजे गए सैंपल की रिपोर्ट निगेटिव आई है. बीते दिनों ही यह जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने दी थी.
सीमा पर विशेष सतर्कता
उन्होंने कहा था कि यूपी के देवरिया और गोरखपुर में मिले डेल्टा प्लस के मामलों से बिहार को परेशान होने की जरूरत नहीं. अब तक तो बिहार में डेल्टा प्लस का एक भी केस नहीं है. वैसे भी स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर पूरी सतर्कता बरत रहा है. साथ ही उत्तर प्रदेश से लगती सीमा पर विशेष सतर्कता रखी जा रही है.
Input: news18