कानपुर. इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर मिली अकूत संपत्ती के बाद अब जांच एजेंसियों को हर दिन नई बातों का सामना करना पड़ रहा है. अब इस पूरे मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है. डीआरआई (डायरेक्ट्रेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस) की जांच में पता चला है कि पीयूष जैन ने कारोबार में लेने देन का भी नया तरीका निकाल लिया था. विदेश और खासकर दुबई में परफ्यूम का रॉ मेटिरियल भेजने के बाद वो पेमेंट गोल्ड बिस्किट के तौर पर लेता था. सूत्रों के अनुसार डीआरआई को इस संबंध में सबूत भी मिल गए हैं. जांच एजेंसियों को शक है कि जितना भी गोल्ड पीयूष जैन के आवास और फैक्ट्री से बरामद किया गया है वो भी उसी का तरह के पेमेंट के बदले आया है.
सिंगापुर से भी ऐसे ही कारोबार
दुबई के साथ ही पीयूष जैन का कारोबार सिंगापुर में फैला था. वो वहां भी परफ्यूम का रॉ मैटीरियल या कहें चंदन का तेल एक्सपोर्ट किया करता था. इसके बदले में सिंगापुर से भी उसे गोल्ड में ही पेमेंट होता था. डीआरआई को शक है कि पीयूष जैन पेमेंट का ये तरीका इसलिए रखता था जिससे वो टैक्स बचा सके और किसी की नजर में ना आए. अब डीआरआई लगातार कारोबारी पीयूष जैन पर शिकंजा कसती जा रही है. बताया जा रहा है कि 23 गोल्ड बार मिलने के मामले में अब डीआरआई जैन पर एक और केस दर्ज करने जा रही है.
सोने पर से मिटाया सीरियल नंबर
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार पीयूष जैन के घर से मिले सोने के बिस्किटों पर से सीरियल नंबर मिटाने की कोशिश भी की गई है. बताया जा रहा है कि सीरियल नंबर की गुदाई को घिस घिसकर मिटाया गया है. वहीं शुरुआती जांच में पता चला है कि सोने के बिस्किट भी ज्यादा पुराने नहीं हैं और ये नए ही हैं. एजेंसी को शक है कि इसमें से ज्यादातर सोना दुबई से तस्करी कर मंगवाया गया है.
Source : News18