पटना. बिहार सरकार ने जमीन को लेकर बड़ी सुविधा देने जा रही है. अब रैयतों (किसानों) को घर बैठे ही जमीन का नक्शा मिल सकेगा. नक्शा के लिए उनको सरकारी कार्यालयों का चक्कर नहीं काटना पड़ेगा. घर बैठे जमीन का नक्शा हासिल करने की सुविधा जनवरी से मिलने की उम्मीद है. ऐसा होने पर एक ओर जहां किसानों को राहत मिलेगी, वहीं सरकारी कार्यालयों पर से दबाव भी काफी हद तक हटेगा. बता दें कि बड़ी तादाद में लोग जमीन का नक्शा लेने के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर काटते हैं. इसपर समय की बर्बादी के साथ ही ज्यादा पैसे भी खर्च करने पड़ते हैं. नई सुविधा शुरू होने से इन परेशानियों से बचा जा सकेगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, घर बैठे जमीन का नक्शा हासिल करने की सुविधा जुलाई 2021 में ही शुरू की जाने वाली थी, लेकिन तकनीकी अड़चनों के कारण यह संभव नहीं हो सका था. अब इस सुविधा को जनवरी महीने में शुरू करने की तैयारी है. प्रदेश राजस्व विभाग ने इसकी पूरी तैयारी कर ली है. तकनीकी दिक्कतों को दूर कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि रैयतों को जमीन का नक्शा उनके घर तक पहुंचाने की योजना को जनवरी में कभी भी शुरू किया जा सकता है. अब केवल उद्घाटन की औपचारिकता रह गई है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग ने इस बाबत सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
150 रुपये देना होगा शुल्क
जमीन का नक्शा घर मंगवाने के लिए संबंधित लोगों को 150 रुपये का शुल्क जमा कराना होगा. नक्शे की ऑनलाइन डिलीवरी के लिए भू-अभिलेख और परिमाप निदेशालय की वेबसाइट dlrs.bihar.gov.in पर जाकर doorstep delivery system पर क्लिक करना होगा. इसके बाद एक ऑनलाइन आवेदन भरना होगा. साथ ही 150 रुपये का ऑनलाइन भुगतान भी करना होगा.
बिहार बन जाएगा पहला राज्य!
देश में फिलहाल कोई ऐसा प्रदेश नहीं है, जहां जमीन का नक्शा घर पहुंचाने की व्यवस्था हो. यदि बिहार में यह सुविधा जनवरी महीने से शुरू हो जाती है तो इस मामले में अपना प्रदेश देश का पहला राज्य बन जाएगा. ऑनलाइन पेमेंट करने के बाद राजस्व विभाग डाक से संबंधित व्यक्ति के घर तक नक्शा पहुंचाएगा. बता दें कि फिलहाल जमीन का नक्शा हासिल करने के लिए लोगों को सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता है.
Source : News18