पूर्वी चंपारण जिले के पताही थाना के रतन शायर गांव का अजय महतो नकली भारतीय नोट के धंधेबाज गिरोह का मास्टरमांइड है। वह नोट को स्कैन कर उसकी छपाई करता था। इस धंधे में उसकी पत्नी व दो पुत्र भी शामिल था। सीतामढ़ी के मेजरगंज निवासी अपने रिश्तेदार से भी नोटों की छपाई कराता था। नोट की छपाई के लिए विशेष कागज नेपाल से मंगाता था। उसके तार नेपाल के जाली नोट के धंधेबाजों से जुड़े हैं। शराब माफियाओं से गिरोह की मिलीभगत थी।

पंचायत चुनाव में बड़े पैमाने पर नकली नोट खपाने की साजिश थी। पुलिस की विशेष टीम ने अजय, उसकी पत्नी व दो पुत्रों सहित गिरोह में शामिल नौ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इसके पास से सात लाख 50 हजार नकली व 50 हजार असली भारतीय मुद्रा,आठ मोबाइल व स्कार्पियो गाड़ी बरामद की गई है। इसकी जानकारी सिटी एसपी राजेश कुमार ने सोमवार अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी। मौके पर एएसपी पश्चिमी सैयद इमरान मसूद भी उपस्थित थे।

नकली नोट खपाने में अजय महतो का शातिराना अंदाज था। किसी को शक नहीं हो इसके लिए वह परिवार के साथ नकली नोट खपाने निर्धारित स्थान पर जाता था। वह हमेशा लक्जरी गाड़ी ही भाड़ा पर लेता था। उसमें पत्नी सुनीता देवी व बच्चों के साथ घर से निकलता था।

बाजार में आसानी से खप जाए इसके लिए अजय सौ रुपये मूल्य के नकली भारतीय नोट की ही छपाई करता था। पुलिस ने उसके गिरोह से सौ रुपये मूल्य के नोट का 75 बंडल बरामद किया है। ये सभी नोट नई सीरीज के हैं। स्कैन कर वह नकली नोटों की छपाई करता था। नोट छपाई करने वाला स्कैनर व प्रिंटर की बरामदगी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है।

Source: Dainik Jagran

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