शराबबंदी को और अधिक पुख्ता बनाने को राज्य सरकार ने एक कदम और बढ़ाया है। आने वाले दिनों में शराब का कच्चा माल लेकर गुजरने वाले टैंकरों को खोलने और बंद करना भी सरकारी अधिकारियों के हाथ में होगा। शीरा, छोआ, स्प्रिट और इथेनॉल के टैंकर को तय रूट से इधर-उधर होते ही पटना सचिवालय से ही ऑनलाइन सिस्टमसे लॉक कर दिया जाएगा।
जीपीएस के सहारे अधिकारी टैंकर को ट्रैककर वहां जल्दी पहुंचकर कार्रवाई करेंगे। उत्पाद विभाग ने प्रदेश में जीपीएस ई-लॉक का नेटवर्क स्थापित करने के लिए कंपनियों से प्रस्ताव मांगा है। इस पूरी प्रणाली को उत्पाद विभाग के समेकित उत्पाद प्रबंधन प्रणाली से जोड़ा जाएगा। जीपीएस ई-लॉक बिना कोई भी टैंकर राज्य की सीमा में अल्कोहलिक उत्पादों को लेकर प्रवेश नहीं कर पाएगा या राज्य से बाहर नहीं जा पाएगा। इससे राज्य के चीनी मिलों या डिस्टिलरी में उत्पादित होने वाले शीरा, छोआ, स्प्रिट और इथेनॉल को लेकर जाने वाले टैंकरों को इसके जरिए नियंत्रित करना आसान होगा।
कच्चे माल की उपलब्धता पर लगेगी रोक
नई पहल के जरिए राज्य सरकार अवैध तरीके से शराब बनाने के लिए कच्चा माल उपलब्ध होने की संभावनाओं पर ही विराम लगाना चाहती है। आने वाले दिनों में राज्य में इथेनॉल उत्पादन की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए यह कदम उठाना और जरूरी हो गया था।
● सरकारी अफसर दूर से ही खोल सकेंगे टैंकर, संदेह होने पर कर देंगे लॉक
● शराबबंदी को और अधिक पुख्ता करने को बनाई योजना
Source : Hindustan
(मुजफ्फरपुर नाउ के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)