पटना. बिहार में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) की रफ्तार में भले तेजी से कमी आ रही है मगर यहां ब्लैक फंगस जानलेवा बनता जा रहा है. हाल के दिनों में ब्लैक फंगस (Black Fungus) के कारण मौत का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. पटना (Patna) के आईजीआईएमएस और एम्स अस्पताल में ब्लैक फंगस के सबसे ज्यादा मरीज भर्ती हैं. बीते चौबीस घंटे में आईजीआईएमएस (IGIMS) में चार मरीजों की मौत हो गई, जिससे राज्य में इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 16 हो गई है. वहीं, यहां ब्लैक फंगस (Black Fungus In Bihar) के मरीजों की संख्या भी बढ़कर 409 पहुंच गई है.

आईजीआईएमएस में ब्लैक फंगस के कुल 91 मरीज एडमिट हैं जबकि पटना एम्स में ब्लैक फंगस पीड़ित लगभग 69 मरीजों का इलाज चल रहा है. राज्य सरकार ने ब्लैक फंगस की पुष्टि होने पर शुरुआती दिनों में ही दो मेडिकल कॉलेजों- पटना एम्स और आईजीआईएमएस को सेंटर ऑफ एक्सलेंस घोषित कर दिया था. इन अस्पतालों में अलग से ऑक्सीजन और आईसीयू युक्त बेड बनाये गए हैं.

ब्लैक फंगस मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के सभी मेडिकल कॉलेजों में ऐसे मरीजों का इलाज करने का निर्देश दिया है. उन्होंने इसके लिए अलग से वार्ड बनाने को कहा है जिसके बाद पीएमसीएच, एनएमसीएच, एसकेएमसीएच, डीएमसीएच, जेएलएनएमसीएच समेत सभी आठ मेडिकल कॉलेजों में तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. वहीं, प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (PMCH) में पहले से ब्लैक फंगस के मरीजों का इलाज चल रहा है और अलग से 70 बेड भी बनाये गए हैं.

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने भरोसा दिया है कि सरकार ब्लैक फंगस को लेकर गंभीर है, और मरीजों को कहीं भी दवा से लेकर बेड को किल्लत नहीं हो इसके लिए लगातार केंद्र सरकार से मदद ली जा रही है. फिलहाल दवा की पर्याप्त मात्रा में आपूर्ति करा ली गई है.

Source : News18

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