पटना. बिहार में कोरोना के मामले में अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है. आम लोगों के साथ अब बड़ी संख्या में चिकित्सक भी कोरोना पॉजिटिव होने लगे हैं. पिछले 24 घन्टे में राज्य में जहां 281 नए मामले सामने आए हैं वहीं मरीजों में एनएमसीएच के एक साथ 17 जूनियर डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. सभी संक्रमित चिकित्सकों को रिपोर्ट आते ही अधीक्षक डॉ विनोद सिंह ने हॉस्टल में ही आईसोलेट करने का आदेश दिया और निगरानी के लिए डॉक्टरों को जिम्मा भी दे दिया है.
अधीक्षक की मानें तो कुल 70 डॉक्टरों के सैम्पल लिए गए थे जिनकी रैपिड एंटीजन के जरिये जांच की गई और उसमें 17 डॉक्टर पॉजिटिव पाए गए. हालांकि फिर से सभी संक्रमितों का सैम्पल आरटीपीसीआर जांच के लिए लिए गए हैं जिसकी रिपोर्ट आज रात तक मिल जाएगी. पटना एम्स के भी दो डॉक्टरों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिसमें एक डॉक्टर हाल ही में अंडमान निकोबार से बिहार लौटे थे. बिहार में सबसे ज्यादा केस पटना में बढ़ते जा रहे हैं. पटना में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 405 तक पहुंच गई है, वहीं अब कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिलाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह ने बैठक भी की है और अधिकारियों को टेस्टिंग,ट्रेसिंग में गति लाने और कोषांगों को सक्रिय करने का भी निर्देश दिया है.
डीएम ने फैसला लिया है कि पटना के 50 प्रतिशत आईसोलेशन और कोविड केयर सेंटर को चालू किया जाएगा, जिसमें पाटलिपुत्रा अशोका में 152 बेड, मित्तन घाट में 25 बेड, प्रकाश पर्व के बाद कंगन घाट में 200 बेड का कोविड केयर सेंटर शुरू किया जाएगा. पटना में पहले से पाटलिपुत्रा स्पोर्ट्स में 112 बेड का आइसोलेशन सेंटर सक्रिय है, वहीं पाटलिपुत्रा अशोका होटल के वैक्सीनेशन सेंटर को अब डीएम ने स्थानांतरित करने का भी निर्देश दिया है और अब कौटिल्या होटल में वैक्सीनेशन सेंटर शुरू होगा.
बैठक के बाद डीएम ने जानकारी देते हुए कहा कि जिले के 92 प्राइवेट अस्पतालों को भी सूचीबद्ध किया गया है, वहीं लगातार मिल रही लापरवाही की सूचना के बाद वाहनों और दुकानों में मास्क चेकिंग अभियान भी चलाने का निर्देश दिया है. इसको लेकर चेकिंग अभियान के लिए 10 टीमों का गठन हुआ है जबकि 5 मोबाइल वाहन भी चेकिंग अभियान में शामिल किये गए हैं.
Source : News18