देश में 1 हजार 981 ऐसे नेता हैं जो विभिन्न सदनों के सदस्य रहने के बावजूद लोकसभा और राज्यसभा से पेंशन ले रहे हैं। जबकि नियम के मुताबिक ऐसा नहीं होना चाहिए। बिहार में भी ऐसे नेताओं की कमी नहीं, जो डबल मजा ले रहे हैं। इसमें दो मंत्री भी शामिल हैं।

RTI से चौंकाने वाला खुलासा

सूचना का अधिकार कानून (RTI) के तहत दी गई जानकारी के मुताबिक बड़ा खुलासा हुआ है। वित्त मंत्रालय से जो जानकारी सामने आई है, उसके अनुसार बिहार के नेता (संसद के पूर्व सदस्य) पेंशन ले रहे हैं। इन नेताओं में दो मंत्रियों के अलावा दो विधान परिषद सदस्यों के नाम भी शामिल है। इस लिस्ट में खान-भूतत्व मंत्री जनक राम और उद्योग मंत्री शाहनवाज हुसैन के नाम शामिल हैं।

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लिस्ट में बिहार के इन नेताओं के नाम

आरटीआई से मिली सूची में जनक राम का नाम 1415, शाहनवाज हुसैन 1247 और उपेंद्र कुशवाहा 1676 नंबर पर हैं। वित्त मंत्रालय के मुताबिक कुल 1981 नेता इस लिस्ट में हैं। जो किसी न किसी सदन के सदस्य होने के बावजूद पूर्व सांसद होने का भी लाभ ले रहे हैं। 207वें नंबर पर बीजेपी एमएलसी संजय पासवान का भी नाम शामिल है।

दरअसल जनक राम, शाहनवाज हुसैन, उपेंद्र कुशवाहा और संजय पासवान संसद के सदस्य रह चुके हैं। फिलहाल ये सभी बिहार विधानपरिषद के सदस्य हैं। नियम के मुताबिक ये पेंशनर नहीं हो सकते हैं। शाहनवाज हुसैन और जनक राम को वे सभी सुविधाएं मिलती हैं, जो मंत्री के तौर पर मिलनी चाहिए। जबकि, उपेंद्र कुशवाहा और संजय पासवान को एमएलसी के तौर पर वेतन-भत्ता मिल रहा है।

सफाई में नेताओं ने क्या कहा?

बिहार के आरटीआई कार्यकर्ता शिव प्रकाश राय की आवेदन पर ये जानकारी सामने आई है। हालांकि इस पर पेंशन का लाभ लेनेवाले नेताओं की सफाई भी आई है।

मंत्री जनक राम ने मीडिया को बताया कि इस बाबत उन्होंने लोकसभा सचिवालय को पत्र लिख दिया है। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि नियम क्या है। पैसे खाते में आया तो उसे वापस कर दिया जाएगा।

वहीं, शाहनवाज हुसैन ने जनवरी 2021 को ही इसकी लिखित सूचना लोकसभा ऑफिस को दे दी है। पेंशन के पैसे के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि उन्हें संसद से कोई पेंशन नहीं मिल रहा। एमएलसी बनते ही लोकसभा सचिवालय को सूचना दे दी थी।

जबकि संजय पासवान ने मीडिया से कहा कि एमएलसी रहने के बावजूद वो बिहार विधानपरिषद से सैलरी नहीं ले रहे हैं। बल्कि वो पूर्व सांसद होने का पेंशन ले रहे हैं।

Source : NBT

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