बिहार विधानसभा के दो सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रचार का सिलसिला जारी है. चुनाव प्रचार के बाबत बीते दिनों बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव तारापुर विधानसभा क्षेत्र पहुंचे थे, जहां उन्होंने नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया. साथ ही इस दौरान वे खेतों में घूमते व तालाब में मछली मारते दिखे. हालांकि, उनके मछली मारने पर विवाद शुरू हो गया है. सत्ता पक्ष के नेता उनके इस कार्य को लेकर हमलावर हैं और तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं.
मत्स्यजीवी समाज को कम आत्मविश्वास वाला और मछली पकड़ने को हेय काम बताने वाले नीतीश जी के 'राष्ट्रीय अध्यक्ष’ को पूरे मल्लाह समाज से माफी माँगनी चाहिए।
ये JDU-BJP वाले अपनी सामंती सोच को बस किसी तरह दबा, छुपा कर बैठे है। रह-रहकर वंचितों के प्रति जहर इनके मुँह से निकलता ही रहता है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 20, 2021
ललन सिंह ने साधा निशाना
इसी क्रम में जेडीयू (JDU) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने तेजस्वी पर निशाना साधा. बुधवार को उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” पढ़ाई में कक्षा छोड़कर 9वीं फेल रहे वैसे ही जनता से मुंह चुराकर मछली पकड़ने का नाटक राजनीतिक अविश्वास सिद्ध होगा. 2020 में सरेआम मत्स्यजीवी समाज के नेता व वर्तमान कैबिनेट मंत्री मुकेश सहनी की बेइज्जती सबको याद है, ढ़ोंग मत करिए प्रवासी बाबू, लोग जागरूक हैं.”
तेजस्वी यादव ने किया पलटवार
इधर, ललन सिंह के वार पर पलटवार करते हुए तेजस्वी ने कहा, ” मत्स्यजीवी समाज को कम आत्मविश्वास वाला और मछली पकड़ने को हेय काम बताने वाले नीतीश कुमार के ‘राष्ट्रीय अध्यक्ष’ को पूरे मल्लाह समाज से माफी मांगनी चाहिए. ये जेडीयू-बीजेपी वाले अपनी सामंती सोच को बस किसी तरह दबा, छुपा कर बैठे हैं. रह-रहकर वंचितों के प्रति जहर इनके मुंह से निकलता ही रहता है.”
. @yadavtejashwi जी मछली पकड़ने का इतना ही शौक है तो चमकदार कुर्ता-पैजामा,ब्रांडेड जूता उतारकर मेरे साथ तालाब में उतरिए, तब समझ में आएगा की एक मछुआरे को मछली पकड़ने में कितना मेहनत लगता है।
ख़ैर, मछुवारे समाज को 2020 में आपके द्वारा पीठ में भोंका ख़ंजर अच्छे से याद है।
— Mukesh Sahani (@sonofmallah) October 20, 2021
हालांकि, जब विवाद के बीच मुकेश सहनी का नाम आया तो वे चुप नहीं बैठे. उन्होंने 2020 की बात याद दिलाते हुए तेजस्वी यादव को खुले तौर पर चुनौती दे डाली. उन्होंने ट्वीट कर कहा, ” तेजस्वी यादव मछली पकड़ने का इतना ही शौक है तो चमकदार कुर्ता-पैजामा, ब्रांडेड जूते उतारकर मेरे साथ तालाब में उतरिए, तब समझ में आएगा कि एक मछुआरे को मछली पकड़ने में कितना मेहनत लगता है. ख़ैर, मछुवारे समाज को 2020 में आपके द्वारा पीठ में भोंका ख़ंजर अच्छे से याद है.”
Source : ABP News
हेलो! मुजफ्फरपुर नाउ के साथ यूट्यूब पर जुड़े, कोई टैक्स नहीं चुकाना पड़ेगा 😊 लिंक 👏