मैट्रिक की परीक्षा में जिले के 78.36 फीसद परीक्षार्थी सफल हुए। छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। करीब 81.42 फीसद छात्र परीक्षा में सफल हुए। वहीं 75.67 फीसद छात्राओं को कामयाबी मिली।

मैट्रिक की परीक्षा में जिले से करीब 69643 छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे। इसमें 54575 सफल हुए। जिसमें 7903 प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए। वहीं 21634 ने द्वितीय श्रेणी से सफलता पाई। तृतीय श्रेणी से 23551 से पास हुए। 1487 परीक्षार्थी सामान्य रुप से उत्तीर्ण हुए।

ये है आंकड़ा

कुल छात्र : 69643

उत्तीण : 54575

प्रथम श्रेणी : 7903

छात्र : 4628

छात्रा : 3275

द्वितीय श्रेणी : 21634

छात्र : 10859

छात्रा : 10775

छात्रा : 12986

उत्तीर्ण : 1487

उत्तीर्ण प्रतिशत : 78.36

छात्र : 81.42

छात्रा : 75.67

अप्रैल में मैट्रिक परिणाम देकर बोर्ड से इंतजार को दिया विराम

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इस बार मैट्रिक की परीक्षा के लिए परीक्षार्थियों को लंबा इंतजार नहीं कराया। फरवरी में ली गई परीक्षा का परिणाम अप्रैल के प्रथम सप्ताह में जारी कर उनकी बेचैनी को खत्म कर दिया। इसके लिए इस बार कई नए प्रयोग किए गए। इससे शिक्षकों को थोड़ी परेशानी जरूर हुई, मगर परीक्षार्थियों को राहत मिली। बोर्ड को लेकर बनी छवि में भी सकरात्मक बदलाव आया।

सात वर्ष में कब आया परिणाम

2013 – छह जून

2014 : पांच जून

2015 : 20 जून

2016 : 29 मई

2017 : 22 जून

2018 : 26 जून

2019 : छह जून

Input : Dainik Jagran

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