बिहार पुलिस के जवानों ने बीते दिनों शराब की तलाश में दुल्हन के कमरे में छापेमारी की थी. शराबबंदी कानून को सफल बनाने के चक्कर में पुलिस अपने साथ महिला जवानों को लेकर नहीं गई और बिना उनके ही महिलाओं के कमरे के घुसकर शराब तलाशती दिखी. इस घटना के बाद प्रदेश में बवाल मच गया. विपक्ष के नेताओं ने इस मुद्दे पर बिहार पुलिस और नीतीश कुमार की सरकार को जमकर घेरा. पुलिस की खूब किरकिरी हुई. हालांकि, मुख्यमंत्री ने इस मुद्दे पर स्पष्ट निर्देश देकर मामले को शांत करा दिया.
चिराग पासवान ने कही ये बात
इसी कड़ी में शुक्रवार को लोकसभा में चिराग पासवान ने इस मुद्दे को उठाया. प्रश्नकाल के दौरान वे महिलाओं के प्रति अपराध के मुद्दे पर सवाल कर रहे थे. इसी दौरान उन्होंने उक्त घटना की चर्चा करते हुए कहा कि क्या केंद्र सरकार कोई ऐसी एडवायसरी यहां से जारी कर सकती है, जिससे कि भविष्य में कम से कम ऐसी घटना न हो कि महिलाओं से भरे कमरे में पुलिस बिना महिला कांस्टेबल के प्रवेश कर जाए. उन्होंने कहा कि जिनके जिम्मे कानून की सुरक्षा का जिम्मा है, अगर वो ही उसकी अवहेलना करने लगे तो आम जनता कहां जाएगी.
केंद्रीय मंत्री ने दिया ये जवाब
इस पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने जवाब देते हुए कहा कि इस बाबत पहले से ही कानून बने हुए हैं. हम पहले ही निर्भया फंड के तहत सारा प्रावधान कर चुके हैं. जवाब देते हुए उन्होंने पुलिस द्वारा महिलाओं की मदद के लिए किए गए कामों को गिनवाया. हालांकि, उन्होंने आखिर में कहा कि अगर ऐसी बात है तो पुलिस को संवेदनशील बनाने की जरूरत है.
Source : ABP News
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