तीन वर्षाें में 30 हजार से अधिक लाेगाें के ड्राइविंग लाइसेंस व वाहन रजिस्ट्रेशन स्मार्ट कार्ड गुम हैं। जिला परिवहन अधिकारी (डीटीओ) कार्यालय से ये डीएल व स्मार्ट कार्ट डाक से संबंधित लाेगाें काे भेजे गए। लेकिन, डाक विभाग न ताे लाेगाें काे उपलब्ध करा रहा है और न ही डीटीओ कार्यालय काे लाैटा रहा है। ऐसे में लाेग 3 वर्षाें से इसके लिए पाेस्ट आफिस व डीटीओ कार्यालय का चक्कर काट-काट कर परेशान हैं।

हर दिन सैकड़ों लोग इसकी शिकायत लेकर डीटीओ ऑफिस पहुंच रहे हैं। इसे लेकर नए डीटीओ ने डीएम से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। उधर, डीटीओ ऑफिस में भी 12 हजार से अधिक लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस पेंडिंग हैं। लाेगाें की शिकायत पर नवपदस्थापित डीटीओ लाल ज्योतिनाथ शाहदेव ने 2018 से पेंडिंग पड़े इन आवेदनाें के निष्पादन की प्रक्रिया शुरू करा दी है।

उन्होंने गुरुवार को इसे लेकर सभी ऑपरेटरों, कर्मियों व प्रोग्रामर के साथ करीब 2 घंटे तक गहन मंथन किया। वहीं, जितने भी कार्ड कार्यालय में बनकर पड़े हुए हैं, उनकी छंटनी कराई। बता दें कि ड्राइविंग लाइसेंस असली लाभुक को ही मिले, इसके लिए परिवहन विभाग ने लाइसेंस पोस्ट ऑफिस के माध्यम से भेजने का निर्णय लिया था। इसके लिए परिवहन विभाग व पोस्ट ऑफिस के बीच करार हुआ था।

लाइसेंस भेजने के लिए डाकखर्च के रूप में परिवहन विभाग लाभुक से 50 रुपए शुल्क लेता है और उसे स्पीड पोस्ट से भेजता है। करार के अनुसार डाकिया को प्रतिदिन डीटीओ ऑफिस आकर डिस्पैच ले जाना है। लेकिन, डाकिया इसे लेने नहीं आते। इतना ही नहीं लाभुक के पते पर रिसीव नहीं हाेने पर उसे पुनः डीटीओ ऑफिस में लाैटाया भी नहीं जाता है।

बाेले डीटीओ- हमारे आफिस में फंसे कार्ड अगले सप्ताह से मिलेंगे

जिला परिवहन अधिकारी लाल ज्योतिनाथ शाहदेव ने कहा कि लाेगाें की इस समस्या का शीघ्र निदान कराएंगे। फिलहाल जाे कार्ड हमारे कार्यालय में पूर्व से फंसे हुए हैं उनकी छंटनी करवा रहे हैं। 4-5 दिनाें में इनकी एंट्री करा अगले सप्ताह से दो काउंटराें से वितरण शुरू कराएंगे। शीघ्र ही वे पाेस्ट आफिस से भेजे गए लाइसेंस व स्मार्ट कार्ड का भी निदान निकलवाएंगे। इसके लिए जिलाधिकारी से हस्तक्षेप करने आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि वैसे पोस्ट ऑफिस से लाइसेंस नहीं मिलने पर लोग डुप्लीकेट कार्ड बनवा सकते हैं।

विभाग ने पाेस्ट आफिस काे लिखा था पत्र, अब डीटीओ ने डीएम से हस्तक्षेप करने को कहा

पोस्ट ऑफिस से ड्राइविंग लाइसेंस-आरसी नहीं मिलने की लगातार शिकायत मिलने पर डीटीओ ने अब डीएम हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया है। उन्हें पत्र लिखकर कहा है कि लाेग परेशान हैं, लेकिन डाकिया उन्हें नहीं पहुंचा रहे हैं। बल्कि, प्रतिदिन डाकिया को डीटीओ कार्यालय पहुंचकर डिस्पैच ले भी जाना है, लेकिन वे इसमें भी सहयाेग नहीं करते। इस कारण काफी परेशानी हाे रही है।

दाेहरा दाेहन : पांच हजार तक भरना पड़ता है जुर्माना, डुप्लीकेट के लिए लगते 480 रुपए

डाकिए की लापरवाही व डीटीओ आफिस की अनदेखी का खामियाजा लाेगाें काे दाेहरे रूप में भुगतना पड़ रहा है। लाइसेंस नहीं मिलने से एक ताे डीटीओ व पाेस्ट अाॅफिस का चक्कर काटना पड़ता है। वहीं, ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने पर 5 हजार रुपए जुर्माना देना पड़ता है। दूसरी तरफ डुप्लीकेट कार्ड के लिए 480 रुपए का चालान कटवाना पड़ता है।

पूरी व्यवस्था ऑनलाइन और पारदर्शी है। 60 दिनों तक इंडिया पोस्ट की वेबसाइट पर कोई भी व्यक्ति अपने पोस्ट के बारे में जानकारी ले सकता है। स्मार्ट कार्ड या अन्य कागजात नहीं मिलने की शिकायत नहीं मिली है। डीटीओ ऑफिस हमारा प्रमुख ग्राहक है। हमेशा डीटीओ ऑफिस से डिस्पैच पिक किया जाता है। किसी शिकायत पर शीघ्र निदान होता है। 95% पोस्ट डिलीवरी होने का रिकॉर्ड है।

Input: Dainik Bhaskar

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