नगर विकास एवं आवास विभाग की आपत्ति के बाद ग्रेटर मुजफ्फरपुर की चौहद्दी की उलझन सुलझा ली गई है। फाइनल चौहद्दी गुरुवार को नगर निगम व जिला प्रशासन की टीम मिलकर ने तय कर दी। चौहद्दी के साथ ही विस्तारित क्षेत्र का नक्शा भी तैयार किया गया। ग्रेटर मुजफ्फरपुर में 16 पंचायत के 51 गांवों के 27 वर्ग किमी. के नये इलाके शामिल होंगे। अभी नगर निगम का 32.316 वर्ग किमी. क्षेत्रफल है।
प्रस्ताव पर डीएम से मंजूरी लेकर अधिसूचना जारी करने के लिए नगर विकास एवं आवास विभाग को दो दिन के अंदर भेज दिया जाएगा। चौहद्दी तय करने के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में नगर आयुक्त विवेक रंजन मैत्रेय और जिला सांख्यिकी पदाधिकारी प्रवीण कुमार ने बैठक की। इसमें कांटी, मुशहरी और मड़वन प्रखंड के बीडीओ व सीओ के अलावा अंचल निरीक्षक, राजस्व कर्मचारी व अंचल अमीन मौजूद रहे। बैठक में अधिकारियों और कर्मचारियों से विचार के बाद अब तक आए सभी आपत्तियों का निराकरण किया गया। नगर आयुक्त ने बताया कि बहुत जल्द शहर के विस्तार की अधिसूचना जारी हो जाएगी। पहले मेडिकल कॉलेज के इलाके को छोड़कर शहर विस्तारीकरण का प्रस्ताव नगर विकास एवं आवास विभाग को मंजूरी के लिए भेजा गया था। बाद में मेडिकल कॉलेज के इलाके भिखनपुर, रसूलपुर सैयद सालिम और रसूलपुर सैयद वाजिद गांव को भी शहरी क्षेत्र में शामिल करने का निर्देश मिला था। इसके बाद तीनों गांव को शामिल कर अलग से प्रस्ताव भेजा गया। इसकी चौहद्दी उत्तर में फोरलेन निर्धारित कर अलग भेजा गया था। इस तरह विभाग को दो प्रस्ताव में अलग-अलग चौहद्दी से उलझन हो गई थी। इसलिए अब दोनों प्रस्ताव को एकीकृत कर फिर से चौहद्दी निर्धारित कर विस्तारीकरण की फाइल नगर विकास एवं आवास विभाग को भेजी जाएगी। विस्तारित क्षेत्र के आधार पर 77 वार्ड निर्धारित किए गए हैं।
अब यह होगी नई चौहद्दी
● उत्तर : मेडिकल ओवरब्रिज के पास फोरलेन तक भिखनपुर, रसूलपुर सैयद सालिम, रसुलपुर कोल्हुआ गांव का सीमाई क्षेत्र
● पश्चिम : सदातपुर, बैरिया, दामोदरपुर, चकमुरमुर, फतेहपुर, मुरफादापुर, चैनपुर, पताहीं रूप तक का इलाका सीमाई क्षेत्र
● दक्षिण : डुमरी लदौड़ा मोड़ तक, मझौली धर्मदास, शेरपुर नारायणपुर अनंत गांव तक का सीमाई क्षेत्र
● पूरब : सरैया सादुल्लाहपुर, बारा जगन्नाथ, भगवतीपुर, कोठिया, राहूआ, धनहर छपरा गांव का सीमाई क्षेत्र
आबादी के अनुरूप अधिक मिलेगी राशि
ग्रेटर मुजफ्फरपुर को मंजूरी मिलने के बाद इसकी आबादी भी छह लाख के करीब हो जाएगी। इससे शहर जेएनयूएलएम योजना में शामिल हो जाएगा। इस तरह आबादी के अनुरूप हर साल अनुमानित 400 करोड़ रुपये वार्षिक विकास के लिए मिलेंगे। इससे शहर में शामिल होने वाले क्षेत्र का विकास होगा। साथ ही पुराने निगम क्षेत्र को भी लाभ होगा। अभी ग्रेटर मुजफ्फरपुर में शामिल होने वाले क्षेत्र में बरसत के समय जल निकासी, कूड़ा उठाव व सफाई के लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। अहियापुर, शेखपुर, भगवानपुर, मझौली धर्मदास के अतरदह क्षेत्र में जलजमाव को लेकर बीते साल बवाल हुआ था। नगर आयुक्त ने बताया कि इन क्षेत्रों से जल निकासी और सफाई की प्लानिंग भी तैयार कर ली गई है।
Source : Hindustan