देवघर. श्रावण मास के दौरान बिहार के उत्तरवाहिनी गंगा सुल्तानगंज से जल उठा कर भगवान भोलेनाथ के भक्त 105 किलोमीटर की कठिन पैदल यात्रा करते हैं. कहा जाता है कि यह यात्रा अधूरी नहीं छोड़ी जाती है. इसी यात्रा के दौरान बिहार के पटना के रहने वाले एक 86 बुजुर्ग देवेंद्र सिंह 30 किलोमीटर यात्रा करने के बाद जब चलने में असमर्थ हो गए तो अकेले यात्रा कर रहे इस बुजुर्ग का हाथ गाजीपुर के रहने वाले एक परिवार ने थाम लिया. इस परिवार ने कावड़ यात्रा के दौरान बुजुर्ग को बाबा दर्शन कराने का संकल्प लिया और आज पूरा परिवार देवेंद्र सिंह को लेकर बाबाधाम पहुंच गया.

86 साल के बुजुर्ग, डगमगाए पांव तो किसी ने बना लिया भाई | 86 years old, staggered feet, someone made him brother 86 साल के बुजुर्ग, डगमगाए पांव तो किसी ने बना लिया भाई

इस दौरान कांवरिया पथ बाबाधाम की यात्रा के दौरान रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर भी देखने को मिली. देवेंद्र सिंह का हाथ पकड़ कर उन्हें यात्रा में मदद कर रहे इस परिवार की एक महिला नें उन्हें अपना भाई बना लिया और यात्रा में उनकी मदद की. वहीं परिवार के अन्य सदस्य भी पूरे यात्रा के दौरान देवेंद्र सिंह का मनोबल बढ़ाते रहे.

भाई, चाचा और पिता जैसा दिया सम्मान

बता दें, 85 वर्षीय देवेंद्र सिंह आर्मी से रिटायर हैं और पिछले 26 सालों से कावड़ यात्रा कर रहे हैं. बिहार के पटना के रहने वाले देवेंद्र सिंह ने अकेले इस उम्र में सुल्तानगंज से जल उठा कर कावड़ यात्रा शुरुआत की. लेकिन, 30 किलोमीटर तक चलने के बाद यात्रा करने में थोड़ी दिक्कत होने लगी. ऐसे में कावड़ यात्रा कर रहे दिलीप उपाध्याय के परिवार को इन्होंने मदद की गुहार लगाई. इसके बाद पूरे परिवार ने बुजुर्ग का हाथ थाम लिया. कावड़ यात्रा के दौरान इनको बाबा दर्शन कराने का संकल्प लिया फिर क्या था किसी ने देवेंद्र सिंह को अपना भाई बना लिया तो किसी ने पिता और किसी ने चाचा. सभी बारी बारी से इनका हाथ पकड़े इनको बाबा धाम की यात्रा कराने लगे.

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कांवरिया पथ पर दिखी भाईचारे की खूबसूरत तस्वीर

देवेंद्र सिंह कहते हैं कि उनकी उम्र 85 वर्ष हो गई, 26 सालों से कावड़ यात्रा कर रहे हैं. परिवार ने मना किया. लेकिन, इस बार भी कांवर लेकर अकेले ही निकल पड़े. जब थोड़ी दिक्कत हुई तो दिलीप उपाध्याय के परिवार से मदद गुहार लगाई और पूरे परिवार ने उनका साथ दिया और अपने साथ बाबाधाम ले आए. बता दें, दिलीप उपाध्याय उत्तर प्रदेश गाजीपुर के रहने वाले हैं. इनके पूरे परिवार ने देवेंद्र सिंह के बाबाधाम की यात्रा पूरी करवाने में उनकी सहायता की. कांवरिया पथ पर कावड़ यात्रा के दौरान अलग-अलग तस्वीर देखने को मिलती है. ऐसी ही एक आपसी भाईचारे और एक दूसरे के प्रति सहयोग और समर्पण भाव की तस्वीर देवेंद्र सिंह और दिलीप उपाध्याय के परिवार के बीच देखने को मिली.

Source : News18

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