मुंगेर. पटना सिटी के कांवरियों का जत्था 54 फीट का कांवर लेकर सुल्तानगंज से जल भर कर पैदल ही देवघर के बाबा वैद्यनाथ मंदिर और बासुकीनाथ धाम में जलाभिषेक के लिए निकल पड़ा है. कांवरियों का बड़ा जत्था ढोल व मांदर बजाते हुए नाचते-गाते बाबा धाम की यात्रा कर रहे हैं जो बेहद ही मनभावन दृश्य है. इसे देखने के लिए रास्ते में भारी भीड़ उमड़ पड़ी.
टीम के सदस्यों की मानें तो लगातार 15वें साल इतने बड़े कांवर लेकर सुल्तानगंज से बाबाधाम तक की यात्रा पर हैं. विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेले के लिए कच्ची कांवरिया पथ पर पटना के के मारुफगंज शिव भक्तों का जत्था बाबा बैद्यनाथ नाथ धाम की यात्रा पर है. शिव भक्त कीर्तन करते हुए चल रहे हैं जो बेहद ही आकर्षक लगता है.
कांवर पर विभिन्न प्रकार की मंदिर की आकृति के साथ-साथ श्री श्री बड़ी देवी जी, पटन देवी, रानीपुर मां काली और भगवान शिव की प्रतिमा बनी हुई है. साथ ही शिव-पार्वती, गणेश सहित कई देवी देवताओं की मूर्ति से सजाया गया है.
कांवर लेकर चल रहे कांवरिया बाबा वैद्यनाथ एवं बाबा बासुकीनाथ में जलाभिषेक करेंगे. वहीं लंबा कांवर कच्ची कांवरिया पथ में आकर्षक का केंद्र बनी रही. जगह-जगह पर कांवर को देखने के लिए भीड़ लगी रही.
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मारुफगंज के विशाल कुमर और विनोद कुमार के नेतृत्व में 54 फीट का कांवड़ सुल्तानगंज से जल भरकर देवघर 54 घंटे में पहुंचकर जलाभिषेक करते हैं.
विनोद कुमार ने बताया कि 2008 से लगातार यह विशाल कावड़ यात्रा चलते आ रहे हैं जिसमें करीबन 600 से 700 लोग शामिल हैं. यह कांवर 54 फीट का है जिसे लेकर 54 घंटे में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक कर लेते हैं.
एक बार में 9 कांवरिया कांवर उठाते हैं और बाकी सब झूमते नाचते गाते चले जाते हैं. इस संघ के लोग पिछले 15 वर्षों से इस अनुष्ठान को पूरा करते आ रहे हैं बस 2 साल कोरोना काल में नहीं जा पाए थे. इस बार फिर से बाबा के दरबार में जाने का मौका मिला है.
मुंगेर में कच्ची कांवरिया पथ में लाल बालू के बदले उजला बालू रहने की वजह से और अधिक धूप होने से जाने में बहुत कठिनाई हो रही है. मगर भक्तों का कहना तो यही है कि बाबा ने बुलाया है तो जाना तो जरूर है.
Source : News18