लंबे समय से ये बातें मीडिया और ऑटोमोटिव इंडस्ट्री में चल रही है कि टेस्ला भारत में एंट्री करने वाली है. इस बात पर सारा मामला साफ किया है टेस्ला के एलन मस्क ने, उन्होंने 27 मई को Twitter के माध्यम से ये कहा है कि टेस्ला ऐसी किसी जगह पर प्रोडक्शन प्लांट शुरू नहीं करने वाली जहां उन्हें पहले कार बेचने और उनकी सर्विस उपलब्ध कराने की अनुमति ना हो. एक ट्विटर यूजर के सवाल का जवाब देते हुए एलन मस्क ने ये बात कही है जिसमें टेस्ला के भारत में प्रोडक्शन प्लांट खोलने पर सवाल पूछा गया था.
What about Tesla ?
Is Tesla manufacturing a plant in India in future?— Madhu sudhan V (@madhusudhanv96) May 27, 2022
https://twitter.com/RealSushilS/status/1530528845161713664
@elonmusk We respect your growth but Don't even try to underestimate the Power of #India 🇮🇳 @Tesla @RNTata2000 @TataCompanies @TataPower #EVCar #avinya https://t.co/7RfQGJiF3R pic.twitter.com/UEk905pCon
— AgriVivek (@vivekwrite) May 28, 2022
https://twitter.com/somnath1978/status/1530514562440523777
भारत में बनाएं प्रोडक्शन प्लांट
अमेरिकी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता टेस्ला लंबे समय से इंपोर्टेड वाहनों पर एक्साइज ड्यूटी कम करने की मांग कर रही है, इसे लेकर कंपनी ने ये हवाला दिया है कि भारत में लगने वाली एक्साइज ड्यूटी दुनिया में सबसे ज्यादा है. इस मांग के जवाब में केंद्र सरकार ने टेस्ला के बॉस एलन मस्क को भारत में प्रोडक्शन प्लांट स्थापित करने को कहा है. यहां तक कि सरकार ने टेस्ला और ऐसी बाकी कंपनियों की मांग बिल्कुल साफ है, भारत की उत्पादन क्षमताओं को बेहतर बनाने में निवेश करें.
@elonmusk good decision and thanks
Will make our own made in India #Cars with support of @TataMotors 🇮🇳🇮🇳 #aatmanirbharbharat @nitin_gadkari https://t.co/502gjgny1m
— Pradeep Birkuri 🇮🇳 (@LifeIsMoreToDo) May 28, 2022
चीन और अमेरिका से इंपोर्ट करना चाहती है कारें
टेस्ला भारत में फिलहाल अपने विदेशी प्लांट से टेस्ला कारें आयात करके ग्राहकों का दायरा बढ़ाने का सोच रही है, इसके लिए कंपनी चीन और अमेरिका में बने प्लांट से गाड़ियां इंपोर्ट करेगी. यहां मैन्युफैक्चरिंग प्लांट खोलना तो दूर, एलन मस्क सरकार से आयात कर घटाने की मांग भी कर रहे हैं. इस बात पर भारत में विपक्ष ने सरकार की मंशा पर सवाल उठाए हैं और उनका कहना है कि इस तरह के कदम उठाने पर भारत में निवेश और उत्पादन में गिरावट देखने को मिल सकती है.
Source : Zee News