जापान के पूर्व पीएम शिंजो आबे की हत्या हो गई है. उनको आज सुबह दो गोलियां मारी गई थीं. हमले के बाद से ही उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी. गोली लगने के बाद उनको हार्ट अटैक भी आया था, इसके साथ ही उनका काफी खून भी बह गया था.

67 साल के शिंजो आबे को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही थी, लेकिन डॉक्टर्स को इसमें सफलता नहीं मिली. बता दें कि शिंजे आबे को गोली मारने वाला हत्यारा पकड़ा जा चुका है. उसे हमले के तुरंत बाद घटनास्थल से ही पकड़ लिया गया था.

जान लेने के मकसद से ही आया था हमलावर

संदिग्ध हत्यारे का बयान भी सामने आया है. जापान की पुलिस के मुताबिक, हमलावर ने बताया कि वह शिंजो आबे की जान लेना चाहता था क्योंकि वह कई बातों को लेकर शिंजो से संतुष्ट नहीं था.

संदिग्ध हत्यारे की उम्र 41 साल के करीब है. उसका नाम Yamagami Tetsuya है. हमलावर सेल्फ डिफेंस फोर्स का सदस्य रह चुका है. जिस बंदूक से हमला हुआ वह मौके से बरामद कर ली गई. वह एक शॉटगन है.

Yamagami Tetsuya नारा शहर का ही रहने वाला है. खबरों के मुताबिक, संदिग्ध समुद्री आत्मरक्षा बल में रह चुका है. उसने 2005 तक करीब तीन साल वहां काम किया था.

पुलिस के मुताबिक, पूछताछ में Yamagami Tetsuya ने बताया है कि वह पूर्व पीएम के कुछ बातों को लेकर नाराज था और उनकी जान लेना चाहता था.

हो सकता है कि हमलावर ने पहले से इस हमले की प्लानिंग की हो. क्योंकि शिंजो आबे का आज नारा शहर में आना तय था. गुरुवार को ही Liberal Democratic Party की तरफ से इसकी जानकारी उनके समर्थकों को दी गई थी.

चुनाव का प्रचार कर रहे थे शिंजे आबे

जापान में यह वारदात उस वक्त हुई जब पूर्व पीएम जापान के नारा शहर में चुनावी प्रचार कर रहे थे. यहां रविवार को उच्च सदन का चुनाव होना है.

शिंजो आबे के भाषण के दौरान ही हमलावर ने दो गोली चलाई. पहली गोली आबे के सीने के आरपार हो गई. दूसरी उनकी गर्दन पर लगी. इसके बाद वह वहीं गिर गये और आसपास भगदड़ मच गई. इस बीच शिंजो को हार्ट अटैक भी आ गया. इस बाद मौके पर ही CPR देकर उनकी जान बचाने की कोशिश भी हुई. बाद में उनको एयरलिफ्ट करके हॉस्पिटल पहुंचाया गया. लेकिन उनको बचाया नहीं जा सका.

भावुक हुए पीएम फुमिओ किशिदा

शिंजो आबे पर हमले के बाद पूरे जापान में गम का माहौल है. पीएम फुमिओ किशिदा भी इसपर बात करते हुए भावुक हो गये. हमले के बाद जापान के पीएम फुमिओ किशिदा ने देश के नाम संबोधन दिया था. इसमें उन्होंने भावुक होते हुए कहा था कि शिंजो की हालत में सुबह से कोई सुधार नहीं है. जापान के पीएम ने इसे बर्बर और लोकतंत्र पर हमला बताया था.

2020 में शिंजो आबे ने दिया था इस्तीफा

प्रधानमंत्री पद से शिंजो आबे ने साल 2020 में इस्तीफा दे दिया था. उन्होंने ऐसा स्वास्थ्य ठीक नहीं रहने के चलते किया था. पता चला था कि वह लंबे वक्त से बीमार हैं. शिंजो जापान के सबसे लंबे वक्त तक पीएम रहने वाले नेता रहे.

भारत से शिंजो आबे का खास कनेक्शन था. भारत-जापन संबंध उनके पीएम रहते और मजबूत हुए. नरेंद्र मोदी और मनमोहन सिंह दोनों शिंजो आबे को अपना दोस्त मानते थे. पिछले साल ही भारत ने शिंजो आबे को पद्म विभूषण से सम्मानित भी किया था.

Source : Aaj Tak

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