केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस की पार्टी राष्ट्रीय लोजपा ने अपने प्रदेश महासचिव व एडवोकेट सुधीर कुमार ओझा को 6 साल के लिए निकाल दिया है। एडवोकेट ने मुजफ्फरपुर कोर्ट में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह और तीन अन्य मंत्रियों के खिलाफ ही एक परिवाद दायर कर दिया था। अपने परिवाद में एडवोकेट ने इन सभी के ऊपर साजिश के तहत सरकारी संपत्ति का प्राइवेटाइजेशन किए जाने और देश द्रोह का गंभीर आरोप लगाया था।
सुधीर कुमार ओझा एक एडवोकेट होने के साथ ही राष्ट्रीय लोजपा में प्रदेश महासचिव भी थे। राष्ट्रीय लोजपा NDA गठबंधन का हिस्सा है। इसी वजह से राष्ट्रीय लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस केंद्र में मंत्री हैं। जब उन्हें अपने महासचिव के इस कारनामे का पता चला तो वो बेहद नाराज हो गए। जिसके बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद प्रिंस राज को उन्होंने तत्काल कार्रवाई करने को कहा।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल के अनुसार इस संबंध में रविवार को प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज की तरफ से एक आदेश जारी कर 6 साल के लिए एडवोकेट सुधीर कुमार ओझा को पार्टी से निकाल दिया है। दल विरोधी कार्यों में लिप्त रहने और अनुशासनहीनता के मामले में पार्टी ने उन्हें दोषी पाया है। इसी लिए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। गठबंधन में होने के बावजूद इन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव और नागरिक उड्डयन मंत्री के खिलाफ परिवाद कोर्ट में दायर किया था। ये पहले एक्टर सलमान खान सहित कई बड़ी हस्तियों के खिलाफ भी मुजफ्फरपुर के कोर्ट में परिवाद दायर कर चुके हैं।
Source : Dainik Bhaskar