ट्रैफिक नियमों को तोड़ा तो अब कोई भी वाहन चालक वाहन जांच में लगे परिवहन के पदाधिकारियों व पुलिस से नहीं बच सकते हैं. यातायात नियमों का कहां कितनी बार उल्लंघन किया, वाहन का इंश्योरेंस फेल है, प्रदूषण जांच सर्टिफिकेट नहीं है, टैक्स डिफॉल्टर हैं और बिना परमिट वाहन चला रहे हैं आदि तमाम जानकारी गाड़ी का नंबर डालते ही अब हैंड हेल्ड डिवाइस बतायेगा. यातायात नियमों या सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करना वाहन चालकों के लिए महंगा पड़ेगा.
वाहन जांच में हैंड हेल्ड डिवाइस के प्रयोग के लिए रविवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित की गई. इस मौके पर परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल, राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी, जिलाधिकारी कुमार रवि, एसएसपी गरिमा मल्लिक, ट्रैफिक एसपी एके पांडेय, सिटी एसपी पीके दास, संयुक्त सचिव पंकज कुमार आदि उपस्थित थे.
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि 1 अप्रैल से राजधानी, पटना में हैंड हेल्ड डिवाइस के माध्यम से ई चालान काटा जायेगा. हैंड हेल्ड डिवाइस के माध्यम से वाहन चालकों से हर तरह का जुर्माना वसूल किया जायेगा. इसके लिए पटना में तैनात ट्रैफिक पुलिस, डीटीओ, एमवीआई, ईएसआई और परिवहन विभाग के पदाधिकारियों को रविवार को विश्वेश्वरैया भवन में ट्रेनिंग दी गई. पूर्व में पायलट प्रोजेक्ट के तहत हैंड हेल्ड डिवाइस शुरू किया गया था.
परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि पटना के बाद अन्य सभी जिलों में भी हैंड हेल्ड डिवाइस से चालान काटने की व्यवस्था शुरू की जायेगी. इसके साथ ही अन्य जगहों पर मैनुअली चालान फिलहाल काटा जायेगा. हैंड हेल्ड डिवाइस की व्यवस्था से फर्जी चालान पर रोक लगेगी. राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी ने बताया कि मैनुअली चालान को ई चालान में परिवर्तित किया गया है. एक अप्रैल से पटना में हैंड हेल्ड डिवाइस के माध्यम से ही ई चालान काटा जायेगा. बिहार सड़क सुरक्षा परिषद की टीम भी इसमें शामिल रहेगी.
जिलाधिकारी कुमार रवि ने कहा कि हैंड हेल्ड डिवाइस पुलिसिंग के लिए वरदान साबित होगा. क्योंकि इसके माध्यम से चोरी की गाड़ी भी पकड़ में आ जायेगी. वाहन चालक जितनी बार भी नियमों का उल्लंघन करेंगे हर बार रिकार्ड में रजिस्टर्ड होता जायेगा. चाह कर भी बिना जुर्माना दिए वाहन चालक नहीं बच पाएंगे. एसएसपी गरिमा मल्लिक ने कहा कि बेहतर पुलिसिंग के लिए हैंड हेल्ड डिवाइस कारगर साबित होगी. एक बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था शहर की अच्छी व्यवस्था का परिचायक होता है. इसलिए ट्रैफिक की अहमियत बड़ी है.
हैंड हेल्ड डिवाइस के फायदे
– हैंड हेल्ड डिवाइस में गाड़ी का नंबर या चेसिस नंबर डालते ही वाहन की पूरी जानकारी मिल जायेगी
– इश्योरेंस कब से फेल है, कब इंश्योरेंस कराया था, प्रदूषण जांच सर्टिफिकेट है या नहीं, कब कहां से गाड़ी खरीदी थी, पिछली बार कब किस नियमों के उल्लंघन में कहां
जुर्माना भरा आदि जानकारी मिलेगी
– वाहन चेकिंग के दौरान दोबारा पकड़े जाने पर ऑटोमेटिक दोगुना फाइन लग जायेगा
– जुर्माने की राशि का गणना करने के बाद ई चालान कटते ही वाहन मालिक के पास चला जायेगा एसएमएस
– जुर्माने की राशि ऑन स्पॉट डेविट या क्रेडिट कार्ड से जमा कर सकते हैं
– वाहन जांच में पकड़े गए और किसी तरह पुलिस की नजर से भाग गए तो भी जुर्माना देने से नहीं बच सकेंगे
– वाहन टैक्स जमा करने या फिटनेस सर्टिफिकेट लेने के दौरान पेंडिंग विल की होगी वसूली
– वाहन जांच के दौरान वाहन चालक या वाहन का फोटो लेने की भी डिवाइस में है व्यवस्था
Input : Live Cities