चंपारण यात्रा के दौरान महात्मा गांधी रमना स्थिति गया प्रसाद सिंह के जिस आवास में ठहरे थे उसे संग्रहालय बनाने का कार्य इस वर्ष शुरू कर दिया जाएगा। इस संंबंध में डीएम प्रणव कुमार ने संबंधित सभी विभागों के पदाधिकारियों को निर्देश दिए हंै। मालूम हो कि चंपारण जाने से पहले बापू चार दिनों तक अधिवक्ता गया प्रसाद सिंह के आवास पर ठहरे थे। यहीं चंपारण आंदोलन की रूपरेखा भी तैयार की गई थी। चंपारण आंदोलन के शताब्दी वर्ष पर बापू से जुड़े स्थलों के जीर्णोद्धार करने के अलावा उसे संग्रहालय या स्मारक बनाने का निर्णय लिया गया था। इसी कड़ी में गया बाबू के वंशजों ने सरकार को जमीन देने का प्रस्ताव दिया, ताकि यहां संग्रहालय का निर्माण हो सके। इसके बाद सरकार ने मुआवजा देकर उक्त जमीन का अधिग्रहण कर लिया। अब यहां संग्रहालय निर्माण की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
डीएम ने सोमवार को गया बाबू के आवास को संग्रहालय का रूप देने एवं भवन के जीर्णाेद्धार को लेकर समीक्षा बैठक की। भवन के जीणोद्धार के साथ-साथ उसके बगल में कार्यालय निर्माण को लेकर भी विमर्श किया गया। भवन निर्माण निगम लिमिटेड के अधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। डीएम ने सामान्य प्रशाखा के प्रभारी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि भवन निर्माण से संबंधित नक्शा शीघ्र उपलब्ध कराएं। इसके लिए भवन निर्माण विभाग को पत्र लिखा जाए। नगर निगम, भवन निर्माण निगम लिमिटेड और कला संस्कृति एवं युवा विभाग समन्वय के साथ कार्य करें। इस वर्ष हर हाल में कार्य शुरू किया जाए।
इसके अलावा बैठक में चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष पर मुख्यमंत्री की घोषणा के आलोक में जिले में दो हजार की क्षमता वाले गांधी स्मृति नगर भवन निर्माण के लिए भूमि उपलब्धता के लिए अपर समाहर्ता एवं कार्यपालक अभियंता, भवन प्रमंडल से रिपोर्ट मांगी है। बैठक में अपर समाहर्ता राजेश कुमार, वरीय उपसमाहर्ता प्रीति ङ्क्षसह, गया बाबू के प्रपौत्र प्रो. डा. विदु शेखर ङ्क्षसह व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
Source : Dainik Jagran
(मुजफ्फरपुर नाउ के एंड्रॉएड ऐप के लिए आप यहां क्लिक कर सकते हैं. आप हमें फ़ेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर फ़ॉलो भी कर सकते हैं.)