फिल्म एक्ट्रेस कंगना रनौत ने कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कड़ी आलोचना की है। कंगना ने एक बार फिर किसान आंदोलन पर कीड़ उछालते हुए इसे खालिस्तान से जोड़ा है और कहा है कि ये लोग मौजूदा सरकार की बाजू मरोड़ने में कामयाब रहे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के बारे सोशल मीडिया पर लिखा है कि वो ही देश की ऐसी नेता रही हैं, जो इन लोगों से निपटना जानती थीं।
इंदिरा गांधी पर पोस्ट निशाना नरेंद्र मोदी पर केंद्र सरकार की ओर से जून 2020 में लाए गए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ एक साल से ज्यादा समय से देश में किसान आंदोलनरत हैं। किसानों के आगे झुकते हुए शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐलान किया था कि इन कानूनों को सरकार वापस लेगी। नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार की कट्टर समर्थक कंगना रनौत को ये बिल्कुल पसंद नहीं आया है। वो इस फैसले के लिए पीएम पर हमलावर हैं। इसको लेकर आज उन्होंने इंदिरा गांधी पर पोस्ट किया है। कंगना ने ऑपरेशन ब्लू स्टार और इंदिरा गांधी की हत्या से जोड़ते हुए ये पोस्ट की है।
क्या कहा है कंगना ने पोस्ट में कंगना ने फेसबुक पर पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तस्वीर को शेयर करते हुए लिखा है- खालिस्तानी आतंकी आज सरकार का हाथ मरोड़ रहे हैं लेकिन इस सबमें एक महिला को मत भूलना। एकमात्र महिला प्रधानमंत्री जिसने इनको अपनी जूती के नीचे मसला था। उसने इस देश के लिए तकलीफ उठाई और अपनी जान की कीमत पर उन्हें मच्छरों की तरह कुचल कर देश के टुकड़े होने से बचाए। उनकी मौत के इतने सालों के बाद भी ये लोग उनके नाम से कांपते हैं। इनको वैसे ही गुरु की जरूरत है। खालिस्तान आंदोलन के उदय के साथ इंदिरा पहले से ज्यादा प्रासंगिक लगती हैं।
पीएम का नाम नहीं लेकिन निशाना साफ कंगना ने इस पोस्ट में कहीं भी नरेंद्र मोदी का नाम नहीं लिया है लेकिन साफ है कि वो उनके सीधे तौर पर निशाने पर ले रही हैं। साथ ही उन्होंने किसान आंदोलन को भी सीधे तौर पर खालिस्तान से जोड़ दिया है, जो वो पहले भी करती रही हैं।
आंदोलन गलत, साथ नहीं दूंगी कंगना रनोत ने इस फैसले को लेकर की गई एक और सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि अगर धर्म बुराई पर विजय प्राप्त करता है, तो वह उसे बेअसर कर देता है। यदि बुराई, धर्म पर विजय प्राप्त करती है तो वो भी बुराई बन जाती है। गलत का साथ देना आपको भी गलत बना देता है।
पीएम के फैसले से परेशान हैं कंगना कंगना पीएम के इस फैसले पर बुरी तरह परेशान हैं। इससे पहले शुक्रवार को उन्होंने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी में लिखा- ‘दुखद, शर्मनाक, बिल्कुल अनुचित। अगर संसद में चुनी हुई सरकार के बदले सड़कों पर लोगों ने कानून बनाना शुरू कर दिया तो यह एक जिहादी राष्ट्र है। उन सभी को बधाई जो ऐसा चाहते थे।
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