पारू (मुजफ्फरपुर) : सीएचसी के स्वास्थ्यकर्मी द्वारा आंख के बदले खुजली की दवा दिए जाने के मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा. उमेशचंद्र शर्मा ने संबंधित स्वास्थ्य कर्मी के खिलाफ जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है। जानकारी हो कि प्रखंड के गौरा गांव निवासी अरुण भगत के 10 वर्षीय पुत्र आदर्श कुमार की आंख में खेलने के दौरान चोट लगने के बाद उसका इलाज कराने शनिवार को पारू सीएचसी गए थे। वहां डा. विनोद कुमार ने पर्ची पर आई ड्राप लिखकर दिया। उसके बाद जब वे दवा वितरण काउंटर पर पहुंचे तो वहां स्वास्थ्यकर्मी ने आई ड्राप की जगह खुजली की दवा दे दी। वह दवा आंख में डालने के बाद बच्चे की परेशानी बहुत बढ़ गई। दवा में गड़बडी की बात पता चलने पर स्वजनों ने जमकर हंगामा किया था, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। उधर, पीड़ित बच्चे के पिता अरुण भगत ने बताया कि घटना के बाद बच्चे को एसकेएमसीएच में दिखा कर इलाज करवा रहा हूं। वहां डा. ने बताया है कि इलाज एक माह चलेगा। उन्होंने बताया कि अब बच्चे की आंख में जलन तो नहीं है, लेकिन अभी जख्म वाली आंख से दिखाई नहीं दे रहा है।
पारू सीएचसी में इलाज कराने आए बालक को आंख की दवा देने की जगह खुजली की दवा देने के मामले में विभागीय जांच शुरू हो गई है। शिकायत मिलने के बाद सिविल सर्जन डा.बीरेन्द्र कुमार ने कहा कि ऐसी लापरवाही किसने की, अगर ऐसी लापरवाही की है तो उस स्वास्थ्यकर्मी पर क्या कार्रवाई की गई, इस संबंध में पीएचसी प्रभारी से रिपोर्ट मांगी गई है। सीएस ने कहा कि स्पष्टीकरण आने के बाद विभागीय कार्रवाई होगी। दवा काउंटर पर जो स्टाफ मौजूद रहते हैं उन्हें दवा की जानकारी है या नहीं है, इसकी पूरी डिटेल्स 24 घंटे के अंदर मांगी है। सीएस के रूख के बाद हड़कंप मचा है।
Source : Dainik Jagran