मोतिहारी. बिहार में एक युवक ने अपने ही पिता की हत्या करवा दी. इसके लिए उसने शूटर्स को पांच लाख की सुपारी और एडवांस भी दिया. मर्डर के बाद के पैसे उसने शूटर्स को पिता के श्राद्ध के बाद देने का वादा किया था लेकिन इसी बीच पुलिस ने उसे धर दबोचा और वो अब सलाखों के पीछे है. मामला बिहार के मोतिहारी से जुड़ा है. दरअसल अरेराज न्यायालय परिसर में कर्मी संजय ठाकुर की बीते दिनों दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा कर लिया है. संजय ठाकुर के पुत्र ने ही पिता के अवैध संबंध के कारण हत्या करायी थी. पिता की हत्या के लिये पुत्र आयुष कुमार ने सुपारी किलरों को तय किया और भुगतान के लिये एडवांस भी दिया. मर्चेट नेवी के लिए इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा आयुष हत्या के समय अरेराज में ही मौजूद था, जबकि परिवार के सदस्य उसके गोआ में होने की बात कर रहे थे. हत्या के बाद वह महज पांच घंटे में ही मोतिहारी में आ गया. इसका खुलासा पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान के दौरान किया है.
अरेराज अनुमंडल न्यायालय में सब जज के आदेशपाल संजय ठाकुर का मकान में ही रह रही एक महिला से अवैध संबंध था. अवैध संबंध में न्यायालय कर्मी मृतक संजय ठाकुर महिला को मोतिहारी नगर की बेशकीमती जमीन की रजिस्ट्री करने वाले थे, इन्ही कारणों से पुत्र आयुष ने पिता संजय ठाकुर की हत्या कराने की साजिश रची. साजिश के तहत उसने मोतिहारी नगर से सटे रघुनाथपुर गांव के सुपारी किलरो से संपर्क साधा और पिता की हत्या का सौदा पांच लाख रुपये में तय किया. एसपी ने बताया कि एडवांस के तौर पर आयुष ने अपने पे फोन से अपराधियों को बीस हजार रुपये का भुगतान भी किया.
बाकी रुपये हत्या के बाद श्राद्ध कर्म के पूरा होने पर होने की बात तय हुई थी. अपराधियों ने 20 अगस्त को रोजाना की तरह बस से उतर कर न्यायालय कार्य में जाते समय कोर्ट के मुख्य द्वार पर गोलियों से संजय को छलनी कर कर दिया था. अपराधी तीन अपाची मोटरसाइकिल पर सवार होकर न्यायालय परिसर के गेट पर खड़े थे और न्यायलय कर्मी संजय ठाकुर को गोली मारने के बाद हवाई फायरिंग करते भाग निकले थे.
पूरा घटनाक्रम सीसीटीवी में कैद हो गया था. एसपी डॉ कुमार आशीष ने बताया कि हत्या के महज पांच घंटे के अंदर मृतक संजय ठाकुर के पुत्र के गोआ से मोतिहारी पहुंचना पुलिस को शुरू से ही उसके चरित्र पर संदेह जता रहा था. जांच के दौरान घटना की कड़ियों को जोड़ने पर पूरा मामला खुलकर सामने आ गया. मृतक संजय के पुत्र आयुष ने भी अपने स्वीकरोक्ति में मामले का खुलासा किया है, जिसकी निशानदेही पर घटना को अंजाम देने वाले गिरोह के सभी चार सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. उनके पास से पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त हथियार को गोलियों के साथ जब्त किया है.
Source : News18