इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 15वें सीजन की नीलामी प्रक्रिया के दूसरे दिन रविवार की शाम करीब सात बजे वैशाली जिले के लिए खुशखबरी आई। जिले के बॉलिंग ऑलराउंडर अनुनय नारायण सिंह को उनके बेस प्राइस 20 लाख में खरीदा गया। अनुनय के चयन से क्रिकेट संघ, खिलाड़ियों और खेल प्रेमियों में खुशी की लहर। फोन पर हुई बातचीत में अनुनय ने बताया कि राजस्थान रायल्स टीम का हिस्सा बनकर काफी खुश हूं। बेंगलुरु में होने वाली खिलाड़ियों की नीलामी में वैसे तो बिहार के छह खिलाड़ी शामिल हुए हैं, लेकिन नीलामी में सबसे पहले बोली वैशाली के लाल की लगी। सहदेई के रहने वाले अनुनय नारायण सिंह का चयन रणजी और विजय हजारे ट्राफी के दौरान किए गए प्रदर्शन के आधार पर किया गया था।
अनुनय ने बताया कि राजस्थान रायल्स टीम का हिस्सा बनने के बाद फिलहाल मेरा पूरा ध्यान इस चीज पर रहेगा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों के साथ खेलते हुए अपने खेल के स्तर को ऊंचाई तक ले जाऊं। बिहार क्रिकेट एसोसिएशन से खेलने वाले अनुनय पहले खिलाड़ी बने हैं जो आईपीएल में बिके।
पिता भी रहे हैं खिलाड़ी
अनुनय सिंह वैशाली जिले के फतेहपुर बुजुर्ग सहदेई गांव के रहने वाले हैं। अनुनय के पिता आदित्य सिंह गोरखपुर में पुलिस विभाग में सेवा हैं। वे अपने जमाने में फुटबाल के खिलाड़ी रह चुके हैं। पिता से ही प्रभावित होकर अनुनय ने क्रिकेटर बनने का निर्णय लिया। लेकिन बिहार में क्रिकेट का हाल खस्ता होने की वजह से,अनुनय बचपन में ही दिल्ली चला गया। इसके बाद अनुनय ने अपनी पढ़ाई के साथ साथ दिल्ली में ही विकासपुरी क्रिकेट सेंटर में प्रैक्टिस करना शुरू कर दिया।
साल 2017 में अनुनय फिर बिहार आ गया, जब बिहार में भी क्रिकेट को बढ़ावा मिला। पटना में कैप क्लब में खेलना शुरू किया जहां, उनके कोच मनोज सिंह ने उन्हें खेलने में मदद की। इसके बाद अनुनय वैशाली के लिए खेला, जहां अच्छा प्रदर्शन करने पर उसे बिहार के लिए चयनित किया गया। इसके बाद बिहार के लिए 9 विजय हजारे,1रणजी,1 सैयद मुस्ताक अली ट्रॉफी कुल 11 मैच बिहार के लिए खेल चुके हैं। विजय हजारे मैच के दौरान मुंबई के खिलाफ खेलते हुए अनुनय से भारत के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा के खिलाफ भी गेंदबाजी कर चुके हैं।