पटनाः यूपी चुनाव में मिली हार के बाद वीआईपी सुप्रीमो मुकेश सहनी की पार्टी पर बीजेपी (BJP) हमलावर है. बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने कहा कि मुकेश सहनी के बारे में पार्टी के आलाकमान को सोचना चाहिए. उनके खिलाफ बीजेपी आलाकमान अगर एक्शन लेता है तो पूरे बिहार से बीजेपी फैसले का समर्थन करेगी. मुकेश सहनी ने गठबंधन धर्म का पालन नहीं किया है. बीजेपी को कमजोर करने की कोशिश की है.
संजय सरावगी ने कहा कि मुकेश सहनी ने यूपी में बीजेपी के खिलाफ चुनाव लड़ा. लगातार भारतीय जनता पार्टी और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ यूपी में बयानबाजी करते रहे. यूपी में बीजेपी की सरकार उखाड़ फेंकने की बात करते रहे. सहनी 2020 का बिहार विधानसभा चुनाव हार चुके थे. बीजेपी ने उनको एमएलसी बनाया और बिहार सरकार में मंत्री बनाया. उनके मंत्री पद छीनने व एनडीए से बाहर करने का निर्णय आलाकमान लेगा या नहीं यह आलाकमान को तय करना है. इससे पहले हरिभूषण ठाकुर बचौल ने भी इस्तीफे की मांग की थी.
यूपी में 53 सीटों पर सहनी ने लड़ा चुनाव
बता दें बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन वाली सरकार को बहुमत नहीं है. मुकेश सहनी के चार विधायक के समर्थन से बिहार में एनडीए की सरकार चल रही है. एक विधायक का निधन हो चुका है इसलिए उपचुनाव होगा. मुकेश सहनी ने बीजेपी के मना करने के बाद भी यूपी में 53 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन एक भी सीट नहीं जीत पाए.
मुकेश सहनी बीजेपी से काफी दिनों से नाराज चल रहे थे क्योंकि उन्होंने अपने एक विधायक को मंत्री बनाने की मांग की थी. राज्यपाल कोटे से एक एमएलसी सीट मांगी थी. निषाद समाज को एससी या एसटी कैटेगरी में आरक्षण देने की मांग की थी. यूपी में दो दर्जन सीट मांगी थी लेकिन उनकी यह सारी मांग बीजेपी ने पूरी नहीं की. इसलिए अंत में उन्होंने यूपी में अकेले ही चुनाव लड़ा.
Source : ABP