देशभर में ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर जारी विरोध प्रदर्शनों के बीच थल सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शुक्रवार को न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया कि 2022 के भर्ती चक्र के लिए प्रवेश आयु को बढ़ाकर 23 वर्ष करने के लिए एकमुश्त छूट देने का सरकार का निर्णय प्राप्त हुआ है. यह निर्णय हमारे ऊर्जावान और देशभक्त युवाओं के लिए एक अवसर प्रदान करेगा, जो COVID महामारी के बावजूद भर्ती रैलियों में शामिल होने की तैयारी कर रहे थे, जो पिछले दो वर्षों में COVID प्रतिबंधों के कारण पूरी नहीं हो सकीं.

थल सेना प्रमुख जनरल पांडे ने कहा, ‘जल्द ही भर्ती प्रक्रिया शुरू होने वाली है. अगले 2 दिनों के भीतर http://joinindianarmy.nic.in पर नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा. उसके बाद हमारे सेना भर्ती संगठन पंजीकरण और रैली का विस्तृत कार्यक्रम घोषित करेंगे. जहां तक ​​भर्ती प्रशिक्षण केंद्रों पर जाने वाले अग्निवीरों का सवाल है, तो केंद्रों पर इस दिसंबर (2022 में) से अग्निवीरों के पहले बैच का प्रशिक्षण शुरू होगा. हम अपने युवाओं का आह्वान करते हैं कि वे भारतीय सेना में अग्निवीर के रूप में शामिल होने के इस अवसर का लाभ उठाएं.’

इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शुक्रवार सुबह न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में युवाओं से भर्ती की तैयारी करने और इस योजना का लाभ उठाने की अपील की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित की गई अग्निपथ योजना भारत के नौजवानों को देश की रक्षा व्यवस्था से जुड़ने और देश की सेवा करने का एक सुनहरा अवसर देता है.

इससे पहले 14 जून को अग्निपथ योजना की घोषणा करते हुए बताया गया था कि इसके तहत आवेदन करने वालों की सीमा आयु 17.5 से 21 वर्ष निर्धारित की गई है. पिछले 2 वर्षों के दौरान कोरोना महामारी के कारण सशस्त्र बलों में भर्ती नहीं हुई है. अग्निपथ स्कीम के ​खिलाफ देशभर में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू होने के कारण केंद्र सरकार ने निर्णय लिया कि साल 2022 के लिए आयु सीमा में छूट दी जाएगी जिसके तहत आवेदन करने वालों की ऊपरी आयु सीमा 21 से बढ़ाकर 23 वर्ष कर दी गई है.

क्या है अग्निपथ स्कीम?

केंद्र सरकार ने 14 जून को थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए ‘अग्निपथ योजना’ का ऐलान किया था. इसके तहत अल्पकाल के लिए सैनिकों की भर्ती की जएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा. अग्निवीरों की भर्ती 4 साल के लिए होगी. इस योजना के तहत भर्ती होने वाले 75 प्रतिशत सैनिक 4 साल बाद रिलीज कर दिए जाएंगे. बाकी 25 प्रतिशत को तीनों सेनाएं रिटेन करेंगी. इसके लिए अग्निवीरों को आवेदन करना होगा और टेस्ट से गुजरना होगा.

चार साल के दौरान एक अग्नीवर को करीब 30,000 रुपए महीने की सैलरी मिलेगी, जो चौथे साल तक बढ़कर 40,000 हो जाएगी. सैलरी के अलावा रिस्क और हार्डशिप अलाउंस, राशन अलाउंस, ड्रेस और ट्रैवल अलाउंस मिलेगा. स्पेशलाइज्ड मैनपावर के लिए आईटीआई और दूसरे टेक्निकल इंस्टिट्यूट्स से युवाओं को लिया जाएगा. चार साल की सेवा पूरी करने के बाद बाद रिलीज होने वाले सैनिकों को सेवा निधि के तहत करीब 12 लाख रुपए मिलेंगे. इसमें हर महीने सैलरी से 30 पर्सेंट अमाउंट कटेगा और इतनी ही राशि सरकार देगी.

चार साल में यह रकम 11 लाख 70 हजार रुपये हो जाएगी. इसमें कोई इनकम टैक्स नहीं लगेगा. अग्निवीर का 48 लाख रुपये का लाइफ इंश्योरेंस कवर होगा. इसके लिए उन्हें अपनी सैलरी से कोई योगदान नहीं देना होगा. लाइफ इंश्योरेंस कवर के अलावा सर्विस के दौरान मौत हो जाने पर 44 लाख रुपये का एक्स ग्रेशिया भी मिलेगा, साथ ही जितनी सर्विस बची होगी उसकी सैलरी और उस बचे वक्त की सेवा निधि का हिस्सा भी मिलेगा. विकलांग होने पर सर्विस से बाहर हुए तो वन टाइम की आर्थिक मदद का प्रावधान होगा.

Source : News18

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