काबुल.  भारत के पड़ोसी देश अफगानिस्तान और पाकिस्तान में बुधवार सुबह भूकंप आया. अफगानिस्तान में 6.1 की तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप में कम से कम 280 लोगों की जान गई है, जबकि 500 से ज्यादा लोग घायल हो गए. यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के खोस्त शहर से 40 किलोमीटर दूर था. इसके अलावा पाकिस्तान और मलेशिया में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं.

यूरोपियन मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर ने बताया कि इस भूकंप का असर 500 किलोमीटर तक के दायरे में था. इस वजह से अफगानिस्तान के साथ पाकिस्तान और भारत में भूकंप का झटके महसूस किए गए.

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500 लोग हुए घायल

तालिबान प्रशासन के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के प्रमुख मोहम्मद नसीम हक्कानी ने कहा कि अधिकांश मौतों की पुष्टि पड़ोसी प्रांत पक्तिका में हुई, जहां 100 लोग मारे गए और 500 घायल हुए.

उन्होंने कहा कि पूर्वी प्रांत नंगरहार और खोस्त में भी मौतों की सूचना है.

इमरजेंसी एजेंसियों से मदद की अपील

सरकार के प्रवक्ता बिलाल करीमी ने ट्वीट किया- दुर्भाग्य से, कल रात (स्थानीय समायानुसार) पक्तिका प्रांत के चार जिलों में भीषण भूकंप आया. जिसमें हमारे सैकड़ों देशवासी मारे गए और घायल हो गए और दर्जनों घर तबाह हो गए. हम सभी इमरजेंसी एजेंसियों से अपील करते हैं कि आगे की तबाही को रोकने के लिए इस इलाके में टीमें भेजें.

पाकिस्तान के कई शहरों में महसूस किए गए भूकंप के झटके

पाकिस्तान में भी 6.1 तीव्रता का भूकंप आया. फिलहाल यहां जानमाल के नुकसान को लेकर कोई खबर नहीं है. जियो न्यूज के मुताबिक बुधवार तड़के पाकिस्तान के पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा के कुछ हिस्सों में 6.1 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप के झटके इस्लामाबाद, मुल्तान, भाकर, फलिया, पेशावर, मलकंद, स्वात, मियांवाली, पाकपट्टन और बुनेर समेत कई जगहों पर महसूस किए गए.

मलेशिया में भी हिली धरती

वहीं, नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के मुताबिक मलेशिया के कुछ हिस्सों में भी 5.1 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप का केंद्र राजधानी क्वालालंपुर से 561 किलोमीटर पश्चिम की तरफ था.

भूकंप की तीव्रता के हिसाब से क्‍या हो सकता है असर:-

-0 से 1.9 तीव्रता का भूकंप बहुत कमजोर होता है. इससे सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.

– 2 से 2.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर हल्का कंपन होता है.

– 3 से 3.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर ऐसा महसूस होता है, जैसे कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर गया.

-4 से 4.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर घर की खिड़कियां टूट सकती हैं और दीवारों पर टंगे फ्रेम गिर सकते हैं.

-05 से 5.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप घर के फर्नीचर को हिला सकता है.

-6 से 6.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर इमारतों की नींव दरक सकती हैं. बहुमंजिलों को नुकसान हो सकता है.

-7 से 7.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप खतरनाक होता है. इससे बिल्डिंग गिर जाती हैं और जमीन में फाइप फट जाती हैं.

– 8 से 8.9 रिक्टर स्केल पर भूकंप काफी खतरनाक माना जाता है. जापान, चीन समेत कई देशों में 8 8 से 8.9 तीव्रता वाले भूकंप ने खूब तबाही मचाई थी.

– 9 और उससे ज्यादा रिक्टर स्केल पर भूकंप आने पर पूरी तबाही होती है. इमारतें गिर जाती है. पेड़ पोधै, समुद्रों के नजदीक सुनामी आ जाती है. भूकंप में रिक्टर पैमाने का हर स्केल पिछले स्केल के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होता है.

चिली में आया था अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप

तीव्रता के लिहाज से अब तक का सबसे खतरनाक भूकंप चिली में 22 मई 1960 को आया था. रिक्टर स्केल पर 9.5 तीव्रता वाले इस भूकंप की वजह से आई सुनामी से दक्षिणी चिली, हवाई द्वीप, जापान, फिलीपींस, पूर्वी न्यूजीलैंड, दक्षिण-पूर्व ऑस्ट्रेलिया समेत कई देशों में भयानक तबाही मची थी. कैजुअलिटी के लिहाज से दुनिया का सबसे खतरनाक भूकंप चीन में 1556 में आया था, जिसमें 8.30 लाख लोगों की मौत हुई थी.

Source : News18

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