बिहार में 2016 से शराबबंदी कानून लागू है. लेकिन, फिर भी सूबे में लगातार शराब की तस्करी जारी है. शराब तस्कर एक से बढ़कर एक तरीकों का इस्तेमाल कर अवैध तरीके से शराब बेचने में लगे हैं. दरअसल एक बार फिर बिहार के गोपालगंज में शराब तस्करी के तीन अनोखे मामले सामने आए हैं. शराब तस्करों ने शराबबंदी वाले बिहार में शराब की तस्करी के लिए पशुओं के चारा को हथियार बनाया है. गोपालगंज के जादोपुर पुलिस ने तीन शातिर शराब तस्करों को गिरफ्तार किया है, जिनकी तस्वीरें देखकर आप भी थोड़ी देर के लिए हैरान रह जाएंगे.
शराब तस्कर पशुओं के चारा के बीच बोरे में शराब छिपाकर तस्करी कर रहा था. वहीं शराब तस्करी का एक दूसरा मामला भी सामने आया है जहां पेट्रोल डालने वाली टंकी के अंदर मोडिफाइ कराकर शराब की तस्करी की जा रही थी. वहीं शराब की तीसरी तस्करी कार से की जा रही थी, जिसमें कार की सीट के नीचे तहखाना बनाकर और कार की बैक हेडलाइट में शराब की खेप छिपाकर ले जायी जा रही थी.
सभी तस्करों को भेजा गया जेल
कार से 600 ट्रेटा पैक शराब बरामद हुये हैं जो यूपी से मुजफ्फरपुर भेजी जा रही थी, जबकि अन्य तस्कर यूपी से गोपालगंज में शराब की तस्करी कर रहे थे. जादोपुर थानाध्यक्ष विक्रम कुमार ने बताया कि जिन तस्करों को गिरफ्तार किया है, उनमें मुजफ्फरपुर का पंकज कुमार, बंगरी थाना क्षेत्र के बनगुराज ग़ांव निवासी आमोद कुमार पासवान और कुचायकोट थाना क्षेत्र के घुमनिया ग़ांव निवासी कैलाश प्रसाद के बेटा प्रदीप कुमार शामिल है. फ़िलहाल सभी तस्करों को उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेज दिया गया है.
कार्रवाई के बाद भी नहीं मानते हैं तस्कर
वहीं इस तस्करी का खुलासा होने के बाद पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश से आनेवाली सभी गाड़ियों की सघन चेकिंग शुरू कर दी है. वहीं शराब तस्करी के इन नए तरीकों को देखकर इलाके के लोगों तरह-तरह की चर्चा भी करने लगे हैं. बिहार पुलिस लगातार तस्करों के खिलाफ कार्रवाई भी करती है लेकिन, फिर शराब तस्कर मनाने को तैयार नहीं हैं और जिसका नतीजा है कि बिहार में अभी भी शराबबंदी कानून के बाद भी शराब की बिक्री हो रही है.
Source : News18