बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में एक पखवारे में दूसरी बार चूक हुई है. मंगलवार को मुख्यमंत्री के नालंदा के सिलाव में हुए कार्यक्रम में एक युवक के पटाखा फोड़ने की घटना सामने आने के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय एक्शन मोड में दिख रहा है. पुलिस मुख्यालय ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है. एडीजी सुरक्षा बच्चू सिंह मीणा को जांच की जिम्मेवारी सौंपी गई है. मंगलवार की घटना से पहले 27 मार्च को बख्तियारपुर में एक सिरफिरे शख्स ने प्रतिमा का माल्यार्पण कर रहे सीएम नीतीश कुमार पर पीछे से हमला करने का प्रयास किया था.
बख्तियारपुर मामले में अभी समीक्षा चल ही रही थी कि मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा में चूक की दूसरी घटना सामने आ गई. बिहार पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता सह एडीजी मुख्यालय जितेंद्र सिंह गंगवार ने न्यूज़ 18 से बातचीत करते हुए बताया कि इस मामले में शुभम आदित्य नाम के 32 वर्षीय युवक को हिरासत में लिया गया है. सुरक्षाकर्मियों के द्वारा तत्काल जले हुए पटाखे पर पैर रख दिए जाने के कारण मामूली विस्फोट हुआ. हालांकि इस दौरान कालीन भी थोड़ी सी जल गई. उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए युवक से पुलिस पूछताछ कर रही है. पटना से फॉरेंसिक टीम भी नालंदा पहुंच गई है. पुलिस मुख्यालय के द्वारा पकड़े गए युवक की मानसिक स्थिति सही नहीं बताई जा रही है.
मिली जानकारी के अनुसार नालंदा के इस्लामपुर का रहने वाला आरोपी युवक की साइकोलॉजी में रुचि रही है. बताया जा रहा है कि वो अपने घर से भटकते हुए कहीं बाहर चला गया था. इस मामले में तब केस दर्ज किया गया था. हालांकि कुछ दिनों के बाद वो वापस अपने घर लौट आया था जिसके बाद केस खत्म कर दिया गया था.
बख्तियारपुर की घटना के बाद बिहार पुलिस मुख्यालय ने सीएम नीतीश कुमार की सुरक्षा को लेकर सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) को मुख्यमंत्री की सुरक्षा को लेकर सख्त व्यवस्था करने के निर्देश दिये थे. सभी एसपी को यह कहा गया था कि वर्ष 1991 में गठित वर्मा आयोग की अनुशंसा के आधार मुख्यमंत्री की सुरक्षा सुनिश्चित करे. इसके तहत मुख्यमंत्री के कार्यक्रम के लिए आपातकालीन प्लान बनाकर रखने को कहा गया था. आंतरिक और बाहरी घेरे में तैनात सुरक्षाकर्मियों को कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दी गई थी कि वो किसी बाहरी शख्स को घेरे के अंदर प्रवेश न करने दें. साथ ही कार्यक्रम स्थल पर बिना चेकिंग के किसी भी शख्स का प्रवेश प्रतिबंधित हो. लेकिन इसके बावजूद मंगलवार को एक बार फिर सुरक्षा चूक की हुई घटना ने सीएम की सिक्युरिटी को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
Source : News18