राजगीर. बिहार के राजगीर में नवनिर्मित ज़ू सफारी को आज यानि बुधवार से आम लोगों के लिए खोल दिया गया है. 191.12 हेक्टेयर में बना यह जू सफारी बेहद आकर्षक है. 176 करोड़ की लागत से निर्माण कराया गया राजगीर ज़ू सफारी रत्नागिरी और स्वर्णगिरी पर्वत के बीच में स्थित है. गुजरात के गिर से लाए गए एशियाई शेर समेत पांच प्रजाति के जंगली जीवों को यहां रखा गया है. इन पांचों जानवरों के लिए अलग-अलग केज बनाया गया है. पर्यटक यहां खुले में जंगली जीवों को विचरते देख सकेंगे.
ज़ू सफारी को आकर्षक और सुंदर बनाने के लिए इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत बनाया गया है. क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक गोपाल सिंह का कहना है कि यह देश में मौजूद अन्य सफारी से अलग है. इस ज़ू सफारी में हाईटेक कंट्रोल रूम बनाया गया है जहां से पूरे ज़ू सफारी पर नजर रखी जा सकेगी. करीब 300 सीसीटीवी कैमरे पूरे ज़ू सफारी में लगाए गए हैं.
मुख्यमंत्री ने ज़ू सफारी का उद्घाटन करने के बाद भ्रमण किया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को राजगीर ज़ू सफारी का उद्घाटन किया. उन्होंने ज़ू सफारी की भ्रमण करने के बाद कहा कि यह खुशी की बात है. राजगीर ज़ू सफ़ारी बनाने का प्लान वर्ष 2016 में बनाया गया था, कई बार मैंने यहां आ कर कार्य प्रगति को देखा था. ज़ू सफारी के पास ही नेचर सफारी बनाया गया है. मेरी इच्छा थी कि इसे ठीक बगल में बनाया जाये, लेकिन नेचर सफारी दो-तीन किलोमीटर दूर बनाया गया है. उन्होंने कहा कि टिकट विंडो, कंटोल रूम, 180 डिग्री थियेटर बनाया गया है. पर्यटकों के लिए सेल्फी पॉइंट के साथ-साथ पानी और शौचालय की भी व्यवस्था की गई है.
सीएम नीतीश ने कहा कि राजगीर के ही हिरणों को इकट्ठा कर के एक जगह रखा गया है. बाघ, शेर, तेंदुआ, हिरण को रखा गया है. 22 लोगों के बैठने के लिए गाड़ी की व्यवस्था है. ज़ू सफारी में सात शेर, दो बाघ, 200 हिरण हैं. उन्होंने कहा कि नेचर सफारी और ज़ू सफारी पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात हुई है. पीएम मोदी की पहल के बाद एक साथ छह शेरों को लाया गया है. प्रधानमंत्री की बड़ी कृपा हुई है. ज़ू सफारी के लिए तमिलनाडु से टाइगर मिलेगा, महाराष्ट्र से भी बात हो रही है. सभी जानवरों के भोजन, रहने, सुरक्षा और चिकित्सा का इंतजाम किया गया है.
राजगीर ज़ू सफारी में रात में रूकने का भी इंतजाम
मुख्यमंत्री ने कहा कि ज़ू सफारी में रात में लोगों के रहने का भी इंतजाम है. नेचर सफारी बनाया गया है, उसका रास्ता सोन भंडार से जिसमें लोगों को कठिनाई होती है. ज़ू सफारी के बगल में रास्ता बनाने का निर्देश दिया गया है. मैं खुद उस नए रास्ते का मुआयना करूंगा. उन्होंने कहा कि नेचर सफारी और ग्लास ब्रिज देश में सिर्फ राजगीर में है, और कहीं नहीं है.
Source : News18