बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग (बीपीएसएससी) दारोगा भर्ती के लिए संयुक्त मुख्य प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन 26 अप्रैल को दो पालियों में आयोजित करेगा। परीक्षा केंद्र पटना सहित मुजफ्फरपुर, दरभंगा और भागलपुर में बनाए जाएंगे। अभ्यर्थियों के लॉगइन में पांच अप्रैल के बाद ई-प्रवेश पत्र अपलोड कर दिया जाएगा।

प्रथम पाली में हिंदी और दूसरी पाली में सामान्य अध्ययन के पेपर की परीक्षा होगी। बीपीएसएससी के विशेष कार्य पदाधिकारी अशोक प्रसाद ने बताया कि संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में सफल 50 हजार 72 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा में शामिल होंगे। इसमें पुरुष अभ्यर्थियों की संख्या 34 हजार 614 तथा महिला अभ्यर्थी 15 हजार 458 हैं।

परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थियों के लागइन में पांच अप्रैल के बाद ई-प्रवेश पत्र अपलोड कर दिया जाएगा। परीक्षा केंद्र में ई-प्रवेश पत्र के साथ फोटोयुक्त पहचान पत्र दिखाने के बाद अभ्यर्थियों को प्रवेश मिलेगा।

पुलिस अवर निरीक्षक के 2064, प्रारक्ष अवर निरीक्षक परिचारी के 215, सहायक अधीक्षक कारा (सीधी भर्ती) के 125 तथा सहायक अधीक्षक कारा (भूतपूर्व सैनिक) के 42 पदों के लिए संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में पांच लाख 85 हजार 829 अभ्यर्थी शामिल हुए थे। प्रारंभिक परीक्षा का आयोजन 22 दिसंबर तथा रिजल्ट का प्रकाशन 28 जनवरी को किया गया था।

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200-200 अंकों की होगी मुख्य परीक्षा

मुख्य परीक्षा के दोनों पेपर 200-200 अंकों के होंगे। प्रथम पत्र 200 अंकों का सामान्य ङ्क्षहदी होगा। 100 प्रश्नों के जवाब देने के लिए अभ्यर्थियों दो घंटे का समय मिलेगा। इसमें 30 फीसद अंक प्राप्त करना अनिवार्य है। 30 फीसद से कम अंक प्राप्त करने वाले अयोग्य घोषित कर दिए जाएंगे। सामान्य ङ्क्षहदी पत्र का प्राप्तांक मेधा निर्धारण में नहीं जोड़ा जाएगा।

द्वितीय पत्र में सामान्य अध्ययन, सामान्य विज्ञान, नागरिक शास्त्र, भारतीय इतिहास, भारतीय भूगोल, गणित एवं मानसिक योग्यता जांच से संबंधित होंगे। दो अंक के 100 प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रत्येक गलत उत्तर के लिए 0.2 अंक कम कर दिए जाएंगे। उत्तरपुस्तिका दो प्रतियों में होगी। जिसकी एक प्रति आयोग के पास सुरक्षित रखी जाएगी।

शारीरिक दक्षता में छह गुना अभ्यर्थी होंगे उत्तीर्ण

मुख्य लिखित परीक्षा के आधार पर कुल रिक्तियों के छह गुना अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए क्वालीफाई होंगे। अभ्यर्थियों को शारीरिक दक्षता परीक्षा में सिर्फ उत्तीर्ण होना होगा। शारीरिक दक्षता परीक्षा हेतु अर्हता प्राप्त अभ्यर्थियों की पर्याप्त संख्या में अनुपलब्धता की दशा में उक्त अनुपात उपयुक्त रूप से कम किया जा सकता है।

मुख्य परीक्षा के आधार पर तैयार अंतिम मेधा सूची के लिए अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिला अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम अहर्तांक 32 फीसद, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 34 फीसद, पिछड़ा वर्ग के लिए 36.5 फीसद तथा सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के लिए न्यूनतम अहर्तांक 40 फीसद निर्धारित है।

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