अजमेर. राजस्थान  के जोधपुर के अरविंद जांगिड़ 24 करोड़ कीमत का भैंसा भीम को लेकर पुष्कर मेले में पहुंचे. मेले में भैंसे को मोतीसर रोड पर प्रदर्शन के लिए रखा गया है. मंगलवार को भीम को देखने के लिए लोगों की भीड़ लगी रही. अरविंद के मुताबिक कुछ महीनों पहले जोधपुर आए अफगानिस्तान के एक शेख परिवार ने इस भैंसे की 24 करोड़ रुपए बोली लगाई थी, लेकिन वे भीम को बेचना नहीं चाहते. उन्होंने कहा कि मेले में भी भैंसे को बेचने के लिए नहीं लाए हैं, बल्कि मुर्रा नस्ल के संरक्षण के उद्देश्य से केवल प्रदर्शन के लिए लेकर आए हैं.

Rajasthan bhainsa Bheem: 14 फीट लंबे और 6 फीट ऊंचे भीमकाय भैंसे का वजन करीब 1500 किलो है.

उन्होंने बताया कि वे इससे पहले 2018 और 2019 में भी भीम को पुष्कर मेले में प्रदर्शन के लिए लेकर आए थे. इसके अलावा बालोतरा, नागौर, देहरादून समेत कई मेलों में इसका प्रदर्शन कर चुके हैं. अरविंद ने मेलों में आयोजित पशु प्रतियोगिता में भाग लेकर पुरस्कार भी जीते हैं. वे इच्छुक पशुपालकों को भीम का सीमन उपलब्ध कराते हैं. मुर्रा नस्ल के इस भैंसे के सीमन की देश में बड़ी डिमांड है.

सबसे बड़ी वजह है इसकी नस्‍ल और रखरखाव का खर्च. भीम मुर्रा नस्‍ल का भैसा है. इस नस्‍ल से पैदा होने वाली भैंसे करीब 20 से 30 लीटर रोजाना दूध देती हैं. इसलिए इसके सीमेन की दुनियाभर में मांग रहती है. 14 फीट लम्‍बे और 6 फीट ऊंचे भीम का वजन 1500 किलो है. इसके रखरखाव पर हर माह करीब 2 लाख रुपए पर खर्च होता है.

भीम भैंसे को देखने के लिए उमड़े लोग

14 फीट लंबे और 6 फीट ऊंचे भीमकाय भैंसे का वजन करीब 1500 किलो है. इसके रखरखाव और खुराक पर प्रतिमाह डेढ़ से दो लाख रुपए का खर्च हो रहा है. अरविंद ने बताया कि भैंसे को प्रतिदिन एक किलो घी, आधा किलो मक्खन, 200 ग्राम शहद, 25 लीटर दूध, एक किलो काजू-बादाम खिलाया जाता है.

मालिक अरविंद के मुताबिक, 2019 में जब भीम को पुष्‍कर मेले में लाया गया था तो इसका वजन 1300 किलो था जो अब बढ़कर 1500 किलो हो गया है. 2019 में इसकी बोली 21 करोड़ रुपए लगाई गई थी, लेकिन अब तक हमें 24 करोड़ देने की बात कही जा चुकी है. इतनी कीमत पर भी हम इसे बेचने को तैयार नहीं हैं.

दो साल में बढ़ी 3 करोड़ कीमत

भीम का वजन दो साल में 200 किलो और कीमत तीन करोड़ बढ़ गई. पुष्कर मेले में जब भीम को दूसरी बार 2019 में लाया गया था, तब इसका वजन 1300 किलो था. जबकि अब इसका वजन बढ़कर 1500 किलो तक पहुंच गया. इसी प्रकार पिछली बार इसकी बोली 21 करोड़ तक लगाई गई थी. अब 24 करोड़ रुपए का ऑफर मिल चुका है, मगर मालिक इस कीमत में भी बेचने के लिए तैयार नहीं है.

अरविंद का कहना है, हम मुर्रा नस्‍ल को संरक्षित करना चाहते हैं, इसलिए इसे पशु मेले में प्रदर्शन के लिए लाए हैं. अरविंद पुष्‍कर के अलावा नागौर, देहरादून समेत कई पशु मेले में भीम का प्रदर्शन कर चुके हैं. भीम पशु प्रत‍ि‍योगिता से जुड़े कई पुरस्‍कार जीत चुका है.

सीमन की वजह से रहती है डिमांड

मुर्रा नस्ल के भैंसे की दुनियाभर में काफी डिमांड रहती है. इसके सीमन से होने होने वाली  भैंसा का पैदा होते ही 40 से 50 किलो वजन रहता है. जो वयस्क होने के साथ ही एक बार में 20 से 30 लीटर तक दूध देती है. इसके .25 ml सीमन की कीमत करीब 500 रुपए है. .25 ml सीमन एक पेन की रीफिल जैसी स्ट्रॉ में भरा जाता है. भीम भैंसे के मालिक साल भर में ऐसी 10 हजार स्ट्रॉ बेच देते हैं. एक बार में 4 से 5 ML सीमन इकट्ठा होता है.

Source : News18

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