BIHAR
बिहार पुलिस में बंपर बहाली, 62 हजार नए पदों पर मिलेगी नौकरी

वर्दी का शौक रखने वाले युवाओं को जल्द सुनहरा अवसर मिलने वाला है। बिहार पुलिस में एक-दो हजार नहीं लगभग 62,000 पदों पर बहाली होगी। एक से दो माह में इसकी शुरुआत हो जाएगी। फिलहाल सिपाही के करीब 6500 रिक्त पदों से बहाली की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है। वहीं, बाकी के 55 हजार से अधिक पदों पर यह चरणवार की जाएगी। जल्द ही नए पदों के सृजन का प्रस्ताव कैबिनेट में भेजा जाएगा।
सिपाही की बहाली की अधियाचना जल्द पुलिस मुख्यालय ने पिछले दिनों जिला और इकाइयों से सिपाही के रिक्त पदों की जानकारी मांगी थी। यह आंकड़ा मुख्यालय को प्राप्त हो चुका है। बिहार पुलिस में वर्तमान में स्वीकृत सिपाहियों के पद में से करीब 6500 पद रिक्त हैं। पुलिस मुख्यालय रोस्टर क्लियरेंस में जुट गया है। अफसरों के मुताबिक दिसंबर के आखिर या जनवरी में हर हाल में सिपाही के इन पदों पर बहाली की अधियाचना केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) को भेज दी जाएगी।
74 हजार नए पदों का सृजन बिहार पुलिस में
अभी पुलिस के विभिन्न श्रेणी में 1.52 लाख के करीब स्वीकृत बल हैं। जल्द ही नए पदों का सृजन होगा। अधिकारियों के मुताबिक गृह विभाग में दारोगा, एएसआई, हवलदार, सिपाही व चालक सिपाही के करीब 74 हजार पदों के सृजन की कार्रवाई जारी है। इनमें 56 हजार के आसपास ऐसे पद होंगे, जिन्हें सीधी नियुक्ति से भरा जाएगा। वहीं, दारोगा के सृजित होने वाले आधे पदों के अलावा एएसआई व हवलदार के पदों को प्रोन्नति से भरा जाएगा। एएसआई और हवलदार के पद प्रोन्नति वाले पदों में आते हैं। अफसरों के मुताबिक पदों के सृजन का कार्य अंतिम चरण में है। कागजी कार्रवाई के बाद इसे कैबिनेट की मंजूरी को भेजा जाएगा।
ईआरएसएस के लिए 20-22 हजार पद
इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम (ईआरएसएस) आपातकालीन सेवाओं के तहत शुरू किए गए डायल 112 की सेवाओं के लिए बड़े पैमाने पर पुलिसकर्मियों व अफसरों की जरूरत है। पुलिस मुख्यालय के आकलन के मुताबिक आपातकालीन यह सेवा पूरे राज्य में दो चरणों में लागू होनी है। पहले चरण के तहत पटना और राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में इसे शुरू कर दिया गया है। दोनों चरणों को मिलाकर 20-22 हजार पुलिसकर्मियों की जरूरत है। नए पदों में यह भी शामिल है।
महिलाओं के लिए भी ज्यादा अवसर बिहार में नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत आरक्षण है। पुलिस में सिपाही से दारोगा तक की नियुक्ति में भी यह लागू होता है। इसके अतिरिक्त पिछड़ा वर्ग की महिलाओं के लिए पुलिस में 3 प्रतिशत पद पहले से आरक्षित हैं। ऐसे में बिहार पुलिस में बड़े पैमाने पर होनेवाली बहाली में महिलाओं को भी ज्यादा अवसर मिलेंगे।
11 सदर अस्पतालों के लिए 44 पदों का सृजन
पटना। राज्य के 11 सदर अस्पतालों के लिए 44 शल्य कक्ष सहायक (ओटी असिस्टेंट) का पद सृजित किया गया है। अरवल, अररिया, बांका, बक्सर, कैमूर, किशनगंज, जमुई, लखीसराय, सुपौल, शेखपुरा व शिवहर को क्रियाशील बनाने के लिए इन पदों का सृजन किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से इस बाबत अधिसूचना जारी कर दी गई है। इन पदों के मद में एक करोड़ 96 लाख वार्षिक खर्च होंगे।
सृजित होनेवाले पद
दारोगा 23000
एएसआई 1800
हवलदार 4000
सिपाही 35000
चालक सिपाही 9000
(पदों की संख्या लगभग में)
सिपाही के रिक्त करीब 6500 पदों पर रोस्टर क्लियरेंस के बाद बहाली की अधियाचना भेजी जाएगी। पुलिस मुख्यालय की कोशिश है कि दिसम्बर के आखिर या जनवरी 2023 में इसे भेज दिया जाए। वहीं करीब 74 हजार नए पदों के सृजन का काम भी हो रहा है। – जेएस गंगवार, एडीजी मुख्यालय
Source : Hindustan
MUZAFFARPUR
बेला में दो कंपनिया लगाएगी फैक्ट्री, रोजगार के खुलेंगे द्वार

मुजफ्फरपुर। बेला औद्योगिक क्षेत्र के फेज–2 में बन रहे प्लग एंड प्ले शेड में टेक्सटाइल इंडस्ट्री से जुड़ी दो कंपनिया जल्द ही अपनी फैक्ट्री लगाएंगी। इसके मद्देनजर कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा हाल ही में औद्योगिक क्षेत्र का भ्रमण किया गया है। उन्होंने जल्द ही उद्यम शुरू करने की इच्छा व्यक्त की।
लैपटॉप बैग्स और स्कूल बैग का निर्माण करती हैं कंपनी
जिन कंपनियों ने बेला में फैक्ट्री लगाने की दिलचस्पी दिखाई हैं, इसमें से एक कंपनी मुंबई की है। यह कंपनी लैपटॉप बैग, लैपटॉप पाउच, स्कूल बैग, वर्किंग बैग, मेंस-वीमेंस साइड बैग, पर्स और ट्रैवलिंग बैग आदि बनाने का काम करती है। जबकि दूसरी कंपनी भी टेक्सटाइल इंडस्ट्री से ही जुड़ी हुई है।
मार्च तक होगा निर्माण कार्य पूरा
बताया जा रहा है कि उद्योग विभाग की अगली प्रोजेक्ट क्लीयरेंस कमेटी की बैठक में इन दोनों कंपनियों को प्लग एंड प्ले के शेड आवंटित किया जायेगा। बेला औद्योगिक क्षेत्र के फेज–2 के एसएसबी कैंपस में पांच शेड बनाए जा रहे हैं। इस क्षेत्र में कुल 9 प्लग एंड प्ले शेड बनाए जा रहे हैं। जिनमें से दो शेड का निर्माण कार्य मार्च तक पूरा हो जाएगा जो इन दोनों कंपनियों को आवंटित किया जाएगा। इसके साथ ही अन्य शेड के निर्माण कार्य भी तेजी से हो रहा है।
पहले से कम कर रही टेक्सटाइल कंपनी
बता दें कि बेला में पहले से ही एक कंपनी काम कर रही है जो हर महीने करीब 50 हजार बैग का उत्पादन करके उसका सप्लाई करती है। दूसरी कंपनी के आने से प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी। जिससे आरटीडी सेंटर में ट्रेनिंग कर रही जीविका दीदियों को बेहतर सैलरी मिल पाएगी। इतना ही नहीं अन्य लोगों के लिए भी रोजगार के द्वार खुलेंगे।
MUZAFFARPUR
मुजफ्फरपुर: दिनदहाड़े महिला के गले से छीना सोने का चेन, विरोध करने पर की फायरिंग

मुजफ्फरपुर जिलें में अपराधी गिरोह सक्रिय हो रखे है। आए दिन वो लूटपाट की घटना को अंजाम देते रहते है। इसी कड़ी में बाइक सवार दो व्यक्ति ने केएमपी थाना क्षेत्र के दमुचक इलाके के रहने वाले प्रोफ़ेसर अरुण कुमार सिंह की पत्नी को अपना निशाना बनाया। पीड़ित महिला जब अपने घर के अंदर प्रवेश कर रही थी, तब बाइक सवार बदमाशों ने महिला के गले से सोने का चेन खींच लिया। महिला द्वारा विरोध किए जाने पर कान की बाली भी नोच ली और फायरिंग करते हुए फरार हो गए।
दिनदहाड़े लूट की इस घटना ने शहर के पुलिस के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है। इस घटना से स्पष्ट हो गया है कि अपराधी न सिर्फ लूटपाट करते है बल्कि साथ में कारतूस से लैस पिस्टल भी रखते है। पकड़ें जाने से खुद को बचाने के लिए वो फायरिंग का रास्ता अपनाते है।
MUZAFFARPUR
सकरा में सीएम नीतीश के आगमन को लेकर दिन रात युद्ध स्तर पर चल रहा काम

समाधान यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 14 फरवरी को मुज़फ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड अंतर्गत दो पंचायतों में विकाश कार्यों का जायजा लेंगे। वही मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर प्रखण्ड के विष्णुपुर बघनगरी एवम सकरा वाजिद पंचायत को सजाया जा रहा है।
स्थानीय ने बताया कि जिन दो पंचायत में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम है, वहा महज 8 दिनों में ही 7 साल के योजनाओं को जमीन पर उतारे जाने को लेकर प्रसन्नता वयक्त की है।
दुल्हन की तरह सजाया जा रहा दोनों पंचायतों को
जिन रास्तों से मुख्यमंत्री गुजरेंगे उन रास्तों का मरम्मत किया जा रहा है। और तो और जितने भी सरकारी भवन है उनको रंग रोगन कर दुल्हन की तरह सजाया जा रहा है। वही जिन रास्तों से नीतीश कुमार जाएंगे , उन रास्तों में ही सिर्फ वृक्षारोपण और पेड़ो की छटाईं एवम रंगाई का कार्य किया जा रहा है।
वही मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर युद्ध अस्तर तैयारियां चल रही है। सभी सरकारी विभाग अपने यहां चल रही योजनाओं को मुख्यमत्री वाले कार्यक्रम के स्थल पर जमीन पर उतारने में लगे हुए हैं।
सीएम आगमन पर सड़को पर ढूंढ ढूंढ कर गड्ढों की जा रही मरम्मत
सीएम सीएम के आगमन पर विसूनपुर बघनगरी पंचायत के सड़को पर कई जगह गड्ढे थे। वही उस गड्ढे से प्रतिदिन किसी न किसी पदाधिकारी सहित पंचायत के जनप्रतिनिधि गुजरते थे। जिसे मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर सड़कों के छोटे छोटे गढ़ों को ढूंढ कर भरने का कार्य किया जा रहा है। इन्हीं सड़को पर कई जगह पिछले साल भर से गड्ढे पड़े हुए थे। लेकीन कोई सुनने वाला नहीं था। लेकीन सीएम के कार्यक्रम को लेकर बगैर कुछ कहे सभी गड्ढे को भर कर चकाचक किया जा रहा हैं।
काश मुख्यमंत्री हमारे भी गांव में आते
जिस तरह मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर दोनों पंचायतों को चमकाया जा रहा है साथ ही सरकार की सभी योजनाओं को धरातल पर उतार दिया जा रहा है उसे देखकर आसपास के गांव के लोग कहने पर विवश हो गए कि एक बार मुख्यमंत्री हमारे गांव में भी आ जाते तो उनके गांव की सूरत बदल जाती।
Report by : Harsh
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