बिहार से उत्तरप्रदेश और ओडिशा के प्रमुख शहरों के बीच बसें चलेंगी। परिवहन विभाग ने इन दोनों राज्यों के लिए 35 रूटों की पहचान की है। इन रूटों पर सरकारी-गैर सरकारी बसों का परिचालन होगा। परिवहन विभाग ने इसके लिए बस संचालकों से आवेदन मांगा है। बिहार सरकार ने यूपी और ओडिशा के प्रमुख शहरों के बीच बस चलाने का समझौता किया है। उसी के आलोक में विभाग ने बस संचालकों को परमिट देने का निर्णय लिया है। परमिट लेने के लिए बस संचालक ऑनलाइन माध्यम से 24 जुलाई और ऑफलाइन माध्यम से 25 जुलाई तक आवेदन कर सकते हैं। 26 जुलाई को विभाग इन रूटों पर बस चलाने के लिए समय-सारिणी का प्रकाशन कर देगा। अगर किसी वाहन स्वामी को आपत्ति होगी तो वे अपनी लिखित शिकायत 29 जुलाई तक परिवहन विभाग के कार्यालय में कर सकेंगे। इस तिथि के बाद विभाग किसी भी बस संचालकों के आवेदन या सुझावों पर गौर नहीं करेगा। राज्य परिवहन प्राधिकार की बैठक तीन अगस्त को होगी। उसी दिन किन-किन बस मालिकों को बस चलाने के लिए परमिट की स्वीकृति मिली, इसका फैसला हो जाएगा। विभाग ने ओडिशा के लिए पांच रूट तय किए हैं। पटना से रायरंगपुर, बिहारशरीफ से बारीपारा, बिहारशरीफ से रायरंगपुर, दरभंगा से रायरंगपुर और भागलपुर से राउरकेला के बीच एक-एक बस चलाने का निर्णय लिया है। वहीं यूपी के लिए पटना से वाराणसी के बीच आठ, गया-सारनाथ के लिए 5, पटना-आरा-बलिया के लिए 14, छपरा-गोरखपुर के लिए एक, देवरिया-पटना के लिए सात, वाराणसी-डिहरी के लिए चार बस चलाने का निर्णय लिया गया है।
रामनगर-भभुआ के बीच एक, बलिया-बक्सर के लिए एक, अलीनगर-डिहरी के लिए तीन, भभुआ-वाराणसी के लिए दो, पटना-गोरखपुर के लिए 11, भभुआ-वाराणसी के लिए दो, रक्सौल-गोरखपुर के लिए एक, बक्सर-उजियारघाट के लिए दो, छपरा-बलिया के लिए एक, आजमगढ़-मुजफ्फरपुर के लिए दो, वाराणसी-गया के लिए दो और लखनऊ-वाराणसी के बीच दो बस चलाने का निर्णय लिया है। वहीं बरहज-सीवान के बीच तीन, सलेमपुर-सीवान के बीच सात, समउर-बगहा के लिए चार, बलिया-बक्सर के बीच दो और बलिया-छपरा के लिए एक बस चलाने का निर्णय लिया है।
Source : Hindustan