जमुई. बिहार में संपूर्ण नशा मुक्ति, दहेज प्रथा उन्मूलन और बाल विवाह मुक्ति के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को समाज सुधार अभियान यात्रा में जमुई पहुंचे. उन्होंने यहां के स्टेडियम मैदान में आयोजित कार्यक्रम में जीविका दीदियों द्वारा लगाए गए फोटो गैलेरी का अवलोकन किया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने जमुई के अलावा मुंगेर, लखीसराय और शेखपूरा जिले की जीविका दीदियों के साथ संवाद किया. आयोजन के दौरान जीविका दीदियों ने मंच से अपने अनुभवों को साझा किया.
आयोजन के दौरान लोक गायिका मैथिली ठाकुर के द्वारा समाज सुधार अभियान से जुड़ी गीत-संगीत की प्रस्तुति होते रही. इस अवसर पर मंच से मंत्री और डिप्टी सीएम तार किशोर प्रसाद के संबोधन के बाद सीएम नीतीश कुमार ने विभिन्न सरकारी योजनाओं को लेकर महिलाओं के समूह और लोग गायिका मैथिली ठाकुर को सम्मानित किया. उन्होंने अपने संबोधन में सबसे पहले जमुई की विधायक और शूटर श्रेयसी सिंह को मेडल जीतने के लिए बधाई दी. साथ ही राहुल कुमार व बबीता कुमारी को अंतरजातीय और दहेज मुक्त विवाह के लिए शुभकामना दी.
महिलाओं की मांग पर बिहार में लागू की संपूर्ण शराबबंदी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि नौ जुलाई, 2015 को महिलाओं की मांग पर उन्होंने बिहार में शराबबंदी को लागू करने का निर्णय लिया था. फिर जब नवंबर 2015 में तत्कालीन महागठबंधन (आरजेडी, जेडीयू और कांग्रेस) की सरकार बनी तो इसे राज्य में लागू कर दिया गया. मुख्यमंत्री ने शराबबंदी का विरोध करने वालो पर कटाक्ष करते हुए कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट है कि कोरोना जैसे महामारी से ज्यादा लोग शराब पीने से मारे गए हैं. जहरीला शराब पीने से लोग मर रहें हैं, इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि दारू पीना कितनी बुरी चीज है. शराब पीने से सबसे ज्यादा मानसिक बीमारी, आपसी झगड़ा और दुनिया में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं शराब पीने के कारण होता है. उन्होंने कहा कि बिहार में शराबबंदी के कारण सड़क हादसों में कमी आई है. शराब के सेवन से कई बीमारियां होती हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता के द्वारा हमें वर्ष 2005 से मौका दिया गया है. इस दौरान उन्होंने राज्य के विकास के साथ महिलाओं और लड़कियों के उत्थान के लिए भी बहुत सारे काम किये हैं. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में महिलाएं आगे बढ़ रही हैं, उन्हें मौका मिल रहा है जिसका परिणाम है कि बिहार में जितनी महिलाएं पुलिस (25,128) सेवा में हैं, उतनी पूरे देश में कहीं महिलाएं पुलिस में नहीं हैं. उन्होंने कहा कि लोगों की सेवा करने के साथ-साथ समाज सेवा भी जरूरी है, आज बिहार में लोगों की आमदनी बढ़ी है. मुख्यमंत्री ने लोगों से आह्वान किया कि जो भी लोग दहेज लेकर शादी-विवाह करते हैं, उसमें वो शामिल न हों.
Source : News18