बिहार के नवनियुक्त कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह उर्फ कार्तिक कुमार के खिलाफ अपहरण कांड में अरेस्ट वारंट जारी होने के बाद राजनीति गर्मा गई है। बीजेपी ने उन्हें तुरंत पद से हटाने की मांग की है। पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तुरंत कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह को बर्खास्त करें। जिस दिन उन्हें कोर्ट में सरेंडर करना था, उस दिन वे मंत्री पद की शपथ ले रहे थे।
बीजेपी ने बिहार के कानून मंत्री पर उठाए सवाल, बर्खास्त करने की मांग!@SushilModi pic.twitter.com/KhYwisLChl
— SOURAV RAJ (@souravreporter2) August 17, 2022
सुशील मोदी ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि कार्तिकेय सिंह जेल में सजा काट रहे पूर्व विधायक अनंत सिंह के दाहिने हाथ हैं। उनपर अपहरण से जुड़े मामले में वारंट जारी हुआ था, वे सरेंडर करने के बजाय मंत्री बन जाते हैं। यह सीएम नीतीश की मजबूरी है। सरेंडर नहीं करना बहुत बड़ा अपराध है। फरार होकर मंत्री पद की शपथ ले रहे हैं, ये बिहार के जंगलराज की ओर जाने की निशानी है।
‘आरजेडी नेताओं के मुकदमों खत्म करने के लिए बनाया गया मंत्री’
सुशील मोदी ने आरोप लगाया कि कार्तिकेय सिंह को सोची समझी रणनीति के तहत कानून मंत्री बनाया गया। ताकि कार्तिकेय मंत्री बनकर आरजेडी के नेताओं के खिलाफ चल रहे मुकदमों को रफा-दफा कर सकें। मंत्री बनाने से पहले उनका पुलिस वेरिफिकेशन तक नहीं किया गया।
‘नीतीश की मजबूरी, जेडीयू को ले डूबेगी’
बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि अपराधियों को कैबिनेट में शामिल करना नीतीश कुमार की मजबूरी है। ऐसा लंबे समय तक रहने वाला है। नीतीश चाहकर भी अच्छे चेहरों को सरकार में शामिल नहीं कर पाएंगे। आने वाले दिनों में जेडीयू का आरजेडी में विलय हो जाएगा, या विलीन हो जाएंगे। नीतीश अंतिम पारी खेल रहे हैं, उसके बाद जेडीयू में कुछ नहीं है।
Source : Hindustan